नोएडा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो सड़क के किनारे या फिर बाजारों में खड़ी गाड़ियों के अंदर से लैपटॉप व अन्य सामान चोरी किया करता था। इस गिरोह ने अब तक 200 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया है। जिसमें से 50 वारदातें नोएडा क्षेत्र में ही की है। हाल ही में इसी गिरोह ने एक गाड़ी का शीशा तोड़ कर बैग निकाला था। पुलिस ने इन्हें ट्रेस करते हुए गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी नोएडा विद्यासागर मिश्रा ने बताया कि थाना एक्सप्रेसवे पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान सेक्टर 168 के पास बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आते दिखाई दिए। जिनको पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन पुलिस को देखकर ये भागने लगे। पुलिस को शक हुआ पीछाकर पुलिस ने इन्हें पकड़ने की कोशिश की। तभी बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी।
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जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोली चलाई और इन्हें पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक फायरिंग करते वक्त बदमाशों की बाइक फिसल गई। जिससे वे चोटिल हो गए। पुलिस ने कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके नाम दीपक चौहान उर्फ निखिल, तरुण सक्सेना उर्फ तन्नू, जितेन्द्र गौतम उर्फ विनय और नेहा ठाकुर बताए। नेहा ठाकुर दीपक की पत्नी है जो चोरी के लैपटॉप को खपाने का काम करती थी। गुरुग्राम में उसने दुकान खोली हुई है। जहाँ कोई भी लैपटॉप रिपेयरिंग के लिए आता था, तो ये चोरी के लैपटॉप से उसके पास बदल देती थी। पूछ्ताछ में पुलिस को पता चला है कि दिल्ली एनसीआर में इस गिरोह ने करीब 200 वारदातों को अंजाम दिया है। नोएडा में हुई दो घटनाएं पुलिस ने वर्कआउट की है। इनके कब्जे से बरामद कर लिया गया है। इस गुड वर्क को करने वाली टीम की 25 हजार देने की डीसीपी की ओर से घोषणा की गई है। जिसमें थानाध्यक्ष सरिता मलिक भी शामिल है।