गाजियाबाद। यूपी में स्वास्थय सेवाओं डंका पीआ जा रहा है लेकिन हाईटेक सिटी में स्वास्थय सेवाओं का हाल बेहाल है। जिला अस्पताल एमएमजी में भर्ती मरीज को व्हील चेयर नहीं मिली तो साथ में आई तीमारदार पत्नी ने पति को सहारा देते हुए ग्लूकोज की बोतल हाथ में पकड़कर वार्ड तक पहुंचाने को मजबूर हो गई। दादरी के रहने वाले रिजवान को कई दिन से बुखार और चक्कर आने की परेशानी होने पर वह पत्नी परवीन के साथ एमएमजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए आया।
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यहां डॉक्टर ने जांच के बाद इमरजेंसी में भर्ती कर दिया। 2 घंटे तक निगरानी में रखने के बाद मरीज की हालत में सुधार हुआ तो उसे मेडिकल वार्ड में शिफ्ट करने का निर्देश दिया। इसके बाद मरीज को व्हीलचेयर दिए बिना ही वार्ड में भेज दिया। इसके बाद परवीन हाथ में बोतल पकड़कर पति को वार्ड में ले गई। इससे पहले ओपीडी से 50 वर्षीय फखरूद्दीन को सवा 11 बजे स्टेचर नहीं मिला था। इसकी वजह से उनका बेटा अपने पिता को गोद में उठाकर इमरजेंसी ले गया। इस मामले में अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज कुमार चतुर्वेदी का कहना है कि दोनों मामलों में संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। मरीजों के परिजनों से भी पूरे प्रकरण की जानकारी मांगी गई है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।