Yamuna Authority’s housing scheme: यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण करीब 325 भूखंडों की आवासीय स्कीम लाया है। जैसे जैसे इस स्कीम की आखिरी तिथि नजदीक आ रही है। ठीक वैसे ही ठगी करने वाले सक्रिय हो गए हैं। दूसरे शहरों के लोग यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अपने सपनों का आशियाना बनाना चाहते हैं। उसी का फायदा उठाकर ठग जमकर ठगी कर रहे। एक ही व्यक्ति से कम से कम दो लाख से 4 लाख रुपये डिमांड करते है।
इन शहरों में सक्रिय है ठग
देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, लखनऊ, बरेली, सोनीपत पानीपत आदि इलाकों में ठगों ने बहुत अच्छा धंधा बनाया है। फ़ोन करते हैं और कहते हैं यमुना प्राधिकरण की आवासीय स्कीम निकली है आपको पता होगा नही तो हम आपको पूरी डिटेल भेजते है। आप ऑनलाइन अप्लाई कीजिए तो हम आपको शत-प्रतिशत भूखंड दिला देंगे। इतना ही नहीं कुछ ठग तो दावा करते हैं कि प्राधिकरण में उनके ऊपर तक अच्छी सांठगांठ है। इसलिए प्राधिकरण अफसरों के कहने पर ही हम लोगों से पैसा ले रहे हैं ओर गारंटीड भूखंड दिलाने की हामी भरते हैं। दरअसल जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि ये सब फर्जीवाड़ा हो रहा है। लोगो से किसी तरह भी पैसा ठगना चाह रहे हैं। प्राधिकरण अफसर कहते हैं कि किसी भी सूरत में धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी और न ही होगी। ड्रॉ के दिन पूरी विडियोग्राफी होगी इसलिए यदि कोई व्यक्ति गारंटीड भूखंड दिलाने की बात करता है तो वो पूरी तरह गलत है। ऐसे लोगों की शिकायत पुलिस से तुरंत करें।
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प्राधिकरण में ड्रॉ के माध्यम से ही भूखंड आवंटित किए जाते हैं। कोई गारंटीड कहता है तो वह झूठ बोलता है। बता दें कि अब तक 325 भूखंडों के लिए करीब 80 ह़जार आवेदन आ चुके हैं। इस स्कीम 120 मीटर से लेकर 4000 वर्ग मीटर तक के भूखंड शामिल हैं। आवेदन करने की आखिरी तिथि 5 अगस्त है। इसके अलावा एक और अफवाह फैल रही है कि प्राधिकरण 200 वर्ग मीटर के भूखंडों की संख्या बढ़ाने जा रहा है। फ़िलहाल तो प्राधिकरण की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है।