फैन्सी नम्बरो बोली में जमकर हो रही धांधली, जानेंगे तो उड़ जाएंगे होश

यदि आप अपनी गाड़ी का फैन्सी नम्बर लेना चाहते है तो इस खबर के बाद कई सवाल आपके दिमाग में घूमने लगेंगे। ऑनलाइन बोली लगाने के दौरान जमकर धांधली की खबरें सामने आ रही है। एक ही ग्रुप, परिवार या कंपनी के कई लोग एक ही नंबर पर बोली लगाते हैं। इनमें एक व्यक्ति की बोली अधिक और दूसरों की उससे काफी कम होती है। जब पैसा जमा करने की बारी आती है तो सबसे अधिक बोली लगाने वाला राशि जमा नहीं करता तो दूसरे स्थान वाले को मौका दिया जाता है। यदि वह भी तय समय में राशि जमा नहीं करता तो तीसरे स्थान वाले व्यक्ति को नंबर आवंटित किया जाता है। एआरटीओ प्रशासन डॉ सियाराम वर्मा ने बताया कि कुछ लचीले नियमों का लोग लाभ उठा रहे हैं। इस संबंध में शासन से बात कर सख्ती कराई जाएगी। नीलामी प्रक्रिया पर नजर रखी जा रही है। किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी।

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नई सीरीज में ऐसे होती धांधली
बता दें कि यूपी 16 ईके सीरीज के वीआईपी नंबरों की बोली में फेक बोली लगाने वालो ने सेंध लगानी शुरू कर दी है। इस सीरीज के 0001 नंबर के लिए 10 वाहन स्वामियों ने दावेदारी करते हुए 11 लाख रुपये की बोली लगाई है। लेकिन अब तक यह नंबर किसी को आवंटित नहीं किया गया है। बोली ज्यादा होने के कारण जो असली बोलीदाता हैं वह इससे ज्यादा की बोली लगाने से कतरा रहे हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। बल्कि हर बार बोली प्रक्रिया में ऐसा आमतौर पर देखने को मिलता है। यहीं नहीं 0003, 0004 नंबर के लिए भी 10-10 वाहन स्वामियों ने छह से सात लाख रुपये तक की बोली लगाई है। परिवहन विभाग हर माह 348 नंबरों को वीआईपी श्रेणी में रखकर बोली प्रक्रिया संचालित करता है। नियमानुसार नीलामी के लिए प्रत्येक नंबर पर कम से कम तीन-तीन लोगों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।

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