नए संसद भवन का इंतजार खत्मः उद्घाटन कल, पीएम को महंत ने सौंपा सेंगोल

नए संसद भवन का उद्घाटन का अब इंतजार खत्म हो चुका है। रविवार दोपहर 12 बजे पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। अलग अलग राज्यों से मेहमानों का आना भी शुरू हो चुका है। शनिवार को चेन्नई के धर्मपुरम अधीनम के 25 संत दिल्ली पहुंचे। अधीनम के महंत ने सुनहरा राजदंड (सेंगोल) पीएम मोदी को सौंपा। इसे नए संसद भवन में रखा जाएगा। संतों ने मोदी को विभिन्न मठों का प्रसादम भी दिया। मोदी ने संतों से भेंट की और उन्हें संबोधित भी किया। इस मौके पर मोदी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत की आजादी में तमिल लोगों के योगदान को वह महत्व नहीं दिया गया, जो दिया जाना चाहिए था। अब भाजपा ने इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया है।

 

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पीएम मोदी ने कहा कि तमिल परंपरा में शासन चलाने वाले को सेंगोल दिया जाता था, सेंगोल इस बात का प्रतीक था कि उसे धारण करने वाले व्यक्ति पर देश के कल्याण की जिम्मेदारी है। वह कभी कर्त्तव्यपथ से विचलित नहीं होगा। सेंगोल को संसद भवन में स्थापित किया जाएगा
अधीनम के इस सेंगोल ने भारत को सैकड़ों वर्ष की गुलामी के हर प्रतीक से मुक्ति दिलाने की शुरुआत कर दी थी। भारत की आजादी का क्षण आया तब यह सेंगोल ही था कि गुलामी वाले कालखंड और आजादी के कालखंड को आपस में जोड़ दिया था।
अच्छा होता कि आजादी के बाद इस सेंगोल को पर्याप्त मान सम्मान दिया जाता, मगर यह सेंगोल प्रयागराज में, आनंद भवन में यानी पैदल चलने में सहारा देने वाली छड़ी कहकर रख दिया गया था।

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