किसानों पर हुए लाठीचार्ज अब बना राजनीतिक मामला, सपा, आप सहित किसानों के विभिन्न संगठन विरोध में उतरें

पुलिस की हिदायत के बावजूद विभिन्न किसान संगठनों के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने एनटीपीसी दादरी पावर प्लांट पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में रसूलपुर में धरना प्रदर्शन किया। अब सपा आप और अन्य किसान संगठन पुलिस के विरोध में उतर गए है। एनटीपीसी दादरी के लिए हुए जमीन अधिग्रहण में समान मुआवजा, प्रभावित परिवार के सदस्य को स्थायी रोजगार, प्रभावित गांव के विकास को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस मामले में एक दर्जन से अधिक किसानों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके बाद किसानों ने विधायक तेजपाल नागर के दादरी आवास पर धरना दिया था। रात नौ बजे तक धरने पर बैठने के बाद भी किसानों की विधायक से मुलाकात नहीं हो सकी थी।
इसके बाद किसानों ने फिर एनटीपीसी पर प्रदर्शन करने की बात कही थी। हालांकि, पुलिस ने सुबह से ही रसूलपुर, ऊंचा अमीरपुर, सीधीपुर आदि गांवों में फ्लैग मार्च कर लोगों को घर में रहने की हिदायत दी थी। इसके बावजूद सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और किसान रसूलपुर गांव के तिराहे पर पहुंच गए। गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों की बढ़ती संख्या को देखकर प्रशासन ने उन्हें शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए रसूलपुर गांव में ही एक स्थान चिह्नित कर दिया। इसके बाद किसान वहीं प्रदर्शन करने लगे। यहां पहुंचकर कई किसान संगठनों ने किसानों का समर्थन किया। सभी ने गिरफ्तार किसानों की रिहाई और मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही।
किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ललित राणा ने कहा गिरफ्तार किसानों को ससम्मान छोड़ा जाए अन्यथा एनटीपीसी के खिलाफ और भी बड़ा आन्दोलन चलाया जाएगा।
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने कहा
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने बताया कि वह इस घटना से बुरी तरह आहत हैं तथा मुख्यमंत्री से मिलकर किसानों पर हुई लाठीचार्ज की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी।
एक दर्जन किसानों को भेजा जेल
जारचा के थाना प्रभारी ज्ञान सिंह ने बताया कि सुखबीर खलीफा सहित एक दर्जन किसानों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जिनमें सुखबीर खलीफा के अलावा मोहित, उदल यादव, मनोज, विनीत राणा, संकित, विक्रम तोमर, सुमित तोमर, विनय, मनविंदर, पंकज राणा, जितेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया जबकि 53 के खिलाफ नामजद और 500 अज्ञात खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
एनटीपीसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचायाः एनटीपीसी प्रबंधन
एनटीपीसी के जीएम एचआर शिवा प्रसाद ने ने इन सभी पर प्लांट की विद्युत सप्लाई प्रभावित करने, प्लांट में प्रवेश से रोकने पर सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट पथराव करने और बलवा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। प्रबंधन का आरोप है कि किसानों ने अराजक होकर एनटीपीसी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और प्लांट की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के जवानों पर पथराव किया, जिसमें पुलिस और कई सुरक्षा जवान घायल हुए। इस बवाल से प्लांट में मौजूद सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। इससे टाउनशिप में भय का माहौल है।

किसानों पर लाठीचार्ज का सपाइयों ने किया विरोध
एनटीपीसी पावर प्लांट पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे किसानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के विरोध में बुधवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
राज्यपाल से किसानों को बिना शर्त रिहाई और लाठीचार्ज में घायल किसानों के ईलाज किये जाने कि समुचित व्यवस्था एवं लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कारवाई करने और आंदोलनकारी किसानों की मांग पूरी करने की मांग की।
निवर्तमान जिलाध्यक्ष इन्दर प्रधान ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता के नशे में चूर होकर अन्नदाता पर अत्याचार कर रही है। राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज करना असंवैधानिक है। निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष श्याम सिंह भाटी ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक धरना दे रहे किसानों पर लाठीचार्ज कर जेल भेजना दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है।
इस मौके पर गजराज चेयरमैन, नरेंद्र नागर, कृशांत भाटी, सुधीर तोमर, जगबीर नंबरदार, सुधीर भाटी, अतुल शर्मा, शैलेंद्र भाटी, नवीन भाटी, अमित रोनी, हैप्पी पंडित, सुभाष भाटी, मुकेश सिसोदिया, अनूप तिवारी, विनीत यादव, दीपक नागर, सतेंद्र नागर, नवनीत शर्मा, नीतीश भाटी, पवन जोगी, विशेष मुखिया, नन्हें सिद्दकी, राजवीर मावी, डॉ मनोज, जाकिर मुनिरी, शिव कुमार यादव, प्रमोद तिवारी आदि मौजूद रहे।


किसानों की लड़ाई में साथ रहेगी आपः भूपेन्द्र जादौन
आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह जादौन के नेतृत्व में रसूलपुर गाँव पहुँच पीड़ित किसानों से मुलाकात कर हालचाल जाना और धरना स्थल पर बैठे। किसानों को आम आदमी पार्टी ने समर्थन दिया है ।
जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह जादौन ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जेल भेजे गये किसानों को रिहा करे, जिन किसानों के ऊपर मुकदमे दर्ज किए गए हैं उन्हें वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस दौरान जिला महासचिव राकेश अवाना, आप पंचायत प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष मनोज यादव, रिंकू राणा, विनोद नागर प्रदेश सचिव व्यापार प्रकोष्ठ आदि मौजूद रहे।

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