वासुदेव घाट पर ‘नकली यमुना’ का विवाद: पीएम मोदी के छठ स्नान के लिए फिल्टर पानी से भरा गया तालाब, AAP ने लगाया BJP पर बड़ा आरोप

Vasudev Ghat/Chhath Mahaparva News: छठ महापर्व के दौरान दिल्ली की राजनीति गरमाई हुई है। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित दौरे को लेकर यमुना के वासुदेव घाट पर एक अस्थाई तालाब बनाने का मामला तूल पकड़ चुका है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी-नीत दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वासुदेव घाट पर पीएम मोदी के लिए ‘नकली यमुना’ तैयार की गई है, जिसमें वजीराबाद जल शोधन संयंत्र से फिल्टर किया गया पीने का पानी भरा गया है। वहीं, बीजेपी ने इसे ‘राजनीतिक हताशा’ का नमूना बताते हुए खारिज कर दिया।

AAP का दावा: ‘फिल्टर पानी से भरा तालाब, पूर्वांचलियों का अपमान’
AAP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीडियो जारी कर दावा किया कि वासुदेव घाट पर यमुना नदी से अलग एक कृत्रिम तालाब बनाया गया है। उन्होंने कहा, “बिहार में सत्ता हथियाने के लिए बीजेपी लाखों पूर्वांचलियों की जान से खेल रही है। पीएम मोदी के लिए फिल्टर पानी से भरी नकली यमुना बनाई गई है, जबकि आम श्रद्धालु प्रदूषित यमुना में खड़े होकर पूजा करेंगे।” भारद्वाज ने वीडियो में दिखाया कि तालाब के पास लाल बैरिकेडिंग है और पृष्ठभूमि में प्रदूषित यमुना साफ नजर आ रही है।

AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर इसे ‘छठ पूजा की आस्था का अपमान’ बताया। उन्होंने लिखा, “बीजेपी ने पूर्वांचलियों के विश्वास को ठेस पहुंचाई है।” अन्य नेता जैसे मनीष सिसोदिया, अतिशी और प्रियंका कक्कड़ ने भी इसे ‘भेदभावपूर्ण’ करार दिया। AAP का आरोप है कि यह तालाब सोनिया विहार या वजीराबाद संयंत्र से लाए गए साफ पानी से भरा गया है, जो गंगा जल जैसा फिल्टर पानी है, क्योंकि यमुना का पानी फेकल कोलाइफॉर्म से भरा होने के कारण खतरनाक है। पार्टी ने दावा किया कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की रिपोर्ट में यमुना के पानी को रोग पैदा करने वाला बताया गया है।

ग्राउंड रिपोर्ट: मीडिया एंट्री बंद, फ्लाईओवर पर हरी चादरें
वासुदेव घाट पर पहुंची मीडिया टीमों को प्रवेश रोक दिया गया है । कश्मीरी गेट के पास बने फ्लाईओवर की दीवारों पर ऊंची हरी चादरें लगाई गई हैं, ताकि घाट की साफ नजर न आए। हालांकि, फ्लाईओवर से झांककर देखने पर अस्थाई तालाब साफ दिखा, जो AAP के दावे से मेल खाता है। सूत्रों के अनुसार, यह तालाब पीएम मोदी के शाम के संभावित दर्शन के लिए तैयार किया गया है। एक तरफ तालाब में साफ पानी चमक रहा है, वहीं मुख्य यमुना में झाग और गंदगी बरकरार है।

BJP का पलटवार: ‘सफाई पर आपत्ति, AAP की हताशा साफ’
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP के आरोपों को ‘हास्यास्पद’ बताया। उन्होंने कहा, “AAP नेता सौरभ भारद्वाज को वासुदेव घाट की सफाई और साफ पानी पर आपत्ति है। 2018 से 2024 तक केजरीवाल सरकार ने यमुना घाटों पर छठ पूजा प्रतिबंधित रखी थी। अब हमारी सरकार ने आठ महीनों में प्राकृतिक घाटों को साफ किया और 1,300 से अधिक घाट तैयार किए हैं। यह पहली बार है जब विपक्ष सफाई का विरोध कर रहा है।” सचदेवा ने AAP पर पूर्वांचलियों को धोखा देने का आरोप लगाया।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को वासुदेव घाट का निरीक्षण किया और दावा किया, “यमुना का पानी अब इतना साफ है कि जलीय जीव इसमें जीवित रह सकते हैं। पहले तो मच्छर भी नहीं बचते थे।” संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा और जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने भी घाटों का दौरा कर श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न होने का आश्वासन दिया। बीजेपी का कहना है कि तालाब कोई ‘नकली’ निर्माण नहीं, बल्कि उत्सव के लिए विशेष व्यवस्था है।

छठ पूजा पर राजनीतिक रंग: पूर्वांचल वोटरों पर नजर
यह विवाद बिहार चुनाव के संदर्भ में और गहरा गया है। दिल्ली में लाखों पूर्वांचली मतदाता रहते हैं, जो बिहार की सियासत को प्रभावित करते हैं। AAP का कहना है कि बीजेपी का ‘पूर्वांचल प्रेम’ महज दिखावा है, जबकि अन्य घाटों जैसे त्रिलोकपुरी और भलस्वा में पानी की कमी और गंदगी है। त्रिलोकपुरी में तो श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन भी किया। दूसरी ओर, बीजेपी दावा कर रही है कि इस बार छठ पूजा सबसे भव्य होगी।

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने भी तैयारियों की समीक्षा की है। पुलिस ने वासुदेव घाट पर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है। फिलहाल, कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई कि पीएम मोदी आज शाम दर्शन करेंगे, लेकिन सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। छठ की आस्था के बीच यह विवाद पूर्वांचलियों के बीच असंतोष पैदा कर सकता है।

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