यूपी-हरियाणा के किसानों के बीच खत्म होगा विवाद, प्रशासन ने बनाया बहेतरीन प्लान

ग्रेटर नोएडा । जिला प्रशासन ने जेवर में यूपी और हरियाणा के किसानों के बीच वर्षों से चल रहे भूमि विवाद को खत्म करने की तैयारी कर ली है। बुधवार को जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने विवाद को खत्म करने के लिए सर्वे विभाग की समीक्षा बैठक की। इसमें विवादित जमीन का नक्शा तैयार कराकर सर्वे शुरू करने समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा हुई।
सहायक अभिलेख अधिकारी एवं एडीएम न्यायिक भैरपाल सिंह ने बताया कि जिले के 32 गांवों में हरियाणा के किसानों की जमीन को लेकर विवाद है। इसमें 23 गांव दीक्षित अवॉर्ड के अंतर्गत हरियाणा से उत्तरप्रदेश में हस्तांतरित किए गए हैं। दीक्षित अवार्ड के अंतर्गत तैयार खतौनी के संबंध में गुलावली और कामबख्शपुर की जांच राजस्व परिषद स्तर पर विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि अभिलेख क्रियाओं के अन्तर्गत नंगला बहरामपुर, नंगली सागपुर, चकमंगरौला, दोस्तपुर मंगरौली खादर, दोस्तपुर मंगरौली बांगर, किडावली में जमीन का सर्वे पूरा किया गया था, जिनमें अभिलेख बनाते समय त्रुटि पाई गई। इसमें अभिलेख ठीक किए जा रहे है। गांव फलैदा खादर, अमरपुर पलाका, सिकंदरपुर, सिरौली खादर झिल्ली, नक्शा तैयार हो गए हैं। फर्द समेत सर्वेक्षण प्रारूप-9 के कार्य की व्यवस्था उन्नाव से की गयी है, जिसका कार्य चल रहा है। शीघ्र ही खतौनी चिट के साथ प्रारूप-10 (पर्ची) वितरित की जायेगी, जिसके लिए आपत्ति के लिए किसानों को 21 दिन का समय दिया जाएगा। विवाद की स्थिति में सहायक अभिलेख अधिकारी द्वारा सभी पक्षों को सुनकर प्रकरण निस्तारित किए जाएंगे और शुद्व अभिलेख तैयार कर किए जायेगे। बैठक में लेखपाल अमित कुमार, श्रवण कुमार, मोहित तोमर, वीर बहादुर, हरिकृष्ण व वीर बहादुर सर्वे लेखपाल उपस्थित रहे।

 

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