आग की शुरुआत बुधवार दोपहर को एक स्कैफोल्डिंग से हुई, जहां बांस की खंभों और प्लास्टिक जाल जैसी ज्वलनशील सामग्री का उपयोग नवीनीकरण के लिए किया जा रहा था। आग ने आठ मंजिला आवासीय ब्लॉकों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे ऊपरी मंजिलों पर फंसे निवासियों को बचाना मुश्किल हो गया। अग्निशमन दल को तीव्र गर्मी और घने धुएं के कारण ऊपरी तलों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। पुलिस ने आग बुझाने के प्रयासों के बीच तीन निर्माण कंपनी के अधिकारियों को लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया है।
घटना का विवरण
वांग फुक कोर्ट हॉन्गकॉन्ग सरकार की सब्सिडी वाले घर मालिक योजना के तहत बना एक 2,000 फ्लैटों वाला परिसर है। आग लगने के समय यहां नवीनीकरण कार्य चल रहा था, जिसमें बांस की स्कैफोल्डिंग और फोम सामग्री का इस्तेमाल हो रहा था। विशेषज्ञों के अनुसार, ये सामग्री आग को तेजी से फैलाने वाली ‘चिमनी प्रभाव’ पैदा करती हैं, जो गर्म गैसों को ऊपर की ओर ले जाती हैं।
हॉन्गकॉन्ग अग्निशमन विभाग के अनुसार, यह पांच-स्तरीय अलार्म वाली आग है, जो दशकों में सबसे घातक है। 1948 के एक गोदाम अग्निकांड के बाद यह सबसे अधिक मौतों वाला हादसा बन गया है। बचाव दल रातभर काम करता रहा, लेकिन धुएं और मलबे के कारण कई जगह पहुंचना संभव नहीं हो सका। अस्पतालों में 45 लोग गंभीर हालत में भर्ती हैं, जिनमें से कई को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
वैश्विक प्रतिक्रिया और जांच
हॉन्गकॉन्ग के मुख्य कार्यकारी जॉन ली ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “यह हमारी आबादी वाले घनी बस्ती के लिए एक बड़ा झटका है।” अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों ने सहानुभूति जताई है। पुलिस ने ‘घोर लापरवाही’ का आरोप लगाते हुए निर्माण फर्म की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि स्कैफोल्डिंग पर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था।
यह घटना लंदन के ग्रेनफेल टावर (2017) और शंघाई (2010) जैसी आग की याद दिलाती है, जहां ज्वलनशील क्लैडिंग और स्कैफोल्डिंग ने तबाही मचाई। हॉन्गकॉन्ग में अब सख्त सुरक्षा नियमों की मांग तेज हो गई है।
रोकथाम के उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी आपदाओं को रोकने के लिए भवनों में अग्निरोधी सामग्री, स्प्रिंकलर सिस्टम और नियमित निरीक्षण जरूरी हैं। हॉन्गकॉन्ग सरकार ने पहले भी नवीनीकरण कार्यों पर दिशानिर्देश जारी किए हैं, लेकिन इस हादसे ने कमियों को उजागर कर दिया।
बचाव कार्य जारी है, और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय और सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें।

