DIG भुल्लर केस का पृष्ठभूमि: रिश्वत से शुरू हुई जांच, संपत्ति का साम्राज्य
यह मामला 16 अक्टूबर 2025 को तब शुरू हुआ जब CBI ने मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप डीलर आकाश बट्टा की शिकायत पर कार्रवाई की। बट्टा ने आरोप लगाया कि भुल्लर ने 2023 में दर्ज एक FIR को ‘सेटल’ करने और आगे कोई कार्रवाई न करने के बदले 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगी, जिसमें से 5 लाख ‘मिडलमैन’ कृष्णु शर्मा के जरिए लिए गए। एक व्हाट्सऐप कॉल रिकॉर्डिंग ने भुल्लर को फंसाया, जिसमें वे कृष्णु को पैसे इकट्ठा करने का निर्देश दे रहे थे। भुल्लर को मोहाली के उनके कार्यालय से रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया, जबकि कृष्णु को चंडीगढ़ से।
भुल्लर, जो 2009 बैच के IPS अधिकारी हैं और पूर्व DGP एम.एस. भुल्लर के बेटे हैं, ने पटियाला रेंज DIG, विजिलेंस ब्यूरो के जॉइंट डायरेक्टर और कई जिलों (मोहाली, संगरूर, होशियारपुर आदि) में SSP जैसे महत्वपूर्ण पद संभाले। वे शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के ड्रग्स मामले की SIT का नेतृत्व भी कर चुके थे। गिरफ्तारी के बाद CBI ने उनके चंडीगढ़ के सेक्टर-40 स्थित घर, मोहाली कार्यालय और लुधियाना के खन्ना/माछीवाड़ा फार्महाउस पर छापे मारे। वहां से जब्त सामान ने सबको हैरान कर दिया:
• 7.5 करोड़ रुपये नकद (जिनमें से 5 करोड़ घर के बेडरूम से बरामद)।
• 2.5 किलो सोना (ज्वेलरी सहित)।
• 26 लग्जरी वॉच (रोलेक्स, राडो आदि ब्रांड्स)।
• 50 से अधिक प्रॉपर्टी दस्तावेज, जिनमें मोहाली, होशियारपुर, लुधियाना, पटियाला और चंडीगढ़ में 150 एकड़ कृषि भूमि, वाणिज्यिक संपत्तियां, फ्लैट्स और फार्महाउस शामिल। कई बेनामी (प्रॉक्सी) नामों पर दर्ज।
• अन्य: मर्सिडीज और ऑडी कारों की चाबियां, 40 लीटर विदेशी शराब, 4 हथियार (डबल-बैरल गन, पिस्तौल आदि) और 100 कारतूस।
29 अक्टूबर को CBI ने भुल्लर के खिलाफ नया DA केस दर्ज किया, क्योंकि बरामद संपत्ति उनकी ज्ञात आय (मासिक वेतन करीब 2.16 लाख) से कई गुना अधिक थी। ED भी 71 बेनामी प्रॉपर्टीज की जांच में कूद चुकी है, जिसमें दुबई में 2 और कनाडा में 3 फ्लैट्स का भी जिक्र है। CBI को शक है कि भुल्लर ने अपनी पोस्टिंग के दौरान अनियमित आदेश जारी कर अफसरों और नेताओं को फायदा पहुंचाया। रोपड़ रेंज के 5 IPS अधिकारियों से पूछताछ चल रही है।
पटियाला और लुधियाना में नई छापेमारी: प्रॉपर्टी डीलर का रोल
3 नवंबर को CBI ने पटियाला में भूपिंदर सिंह (BH प्रॉपर्टीज के मालिक) के घर पर 7 घंटे से अधिक छापा मारा। भूपिंदर स्थानीय नेताओं, अफसरों और पुलिसवालों से जुड़े हैं। सूत्रों के मुताबिक, भुल्लर की पूछताछ में BH प्रॉपर्टीज का नाम आया, जहां से कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए। इसी तरह, लुधियाना के मंड शेरियां गांव में भुल्लर के फार्महाउस पर 24 अक्टूबर को 15 सदस्यीय टीम ने छापा मारा, जहां 55 एकड़ जमीन और 20 दुकानों के कागजात मिले। फार्महाउस का केयरटेकर एक सब-इंस्पेक्टर था, जो चंडीगढ़ रेड के बाद फरार हो गया। CBI अब इन प्रॉपर्टीज की रजिस्ट्री और वैल्यूएशन की पड़ताल कर रही है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और आगे की जांच
पंजाब सरकार ने भुल्लर को तत्काल सस्पेंड कर दिया। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने इसे ‘पुलिस में जवाबदेही की जरूरत’ बताया। विपक्ष ने चुप्पी साधी है, लेकिन पूर्व DGP ने कहा कि ‘भुल्लर जैसे कई बड़े मगरमच्छ विभाग में हैं, जो मंत्रियों-अफसरों की जरूरतें पूरी करते हैं।’ CBI की जांच जारी है, जिसमें फॉरेंसिक ऑडिट और विदेशी संपत्तियों का ट्रेल शामिल। एक सप्लीमेंट्री रिपोर्ट जल्द दाखिल हो सकती है।
यह मामला पंजाब पुलिस में भ्रष्टाचार के गहरे जड़ों को उजागर कर रहा है, जहां एक वरिष्ठ अधिकारी की ‘काली कमाई’ का साम्राज्य करोड़ों में फैला हुआ था। CBI ने साफ कहा कि जांच व्यापक होगी और कोई भी प्रभावशाली व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा।

