पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर दो आतंकी गुर्गों—मेहाकदीप सिंह उर्फ मेहक और आदित्य उर्फ अधि—को अमृतसर से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से बरामद आरपीजी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक ऑपरेटिव द्वारा भेजा गया था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी फेरोजपुर जेल में बंद हरप्रीत सिंह उर्फ विक्की के संपर्क में थे, जो एक नेटवर्क का हिस्सा हैं।
अमृतसर के घरींडा पुलिस स्टेशन में इस मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई है। पुलिस पूरे आतंकी नेटवर्क को उजागर करने के लिए गहन जांच कर रही है। डीजीपी यादव ने कहा, “पंजाब पुलिस पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद और संगठित अपराध नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कटिबद्ध है। राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए हमारी टीमें सतर्क मोड में काम कर रही हैं।”
यह कार्रवाई हाल के दिनों में पंजाब में बढ़ते आतंकी गतिविधियों के बीच आई है। अप्रैल 2025 में भी पंजाब पुलिस ने बाबर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के दो आईएसआई समर्थित मॉड्यूल्स को ध्वस्त किया था, जिसमें दो आरपीजी लॉन्चर, विस्फोटक और अन्य हथियार बरामद हुए थे। विशेषज्ञों का मानना है कि सीमा पर ड्रोन और अन्य साधनों से हथियारों की तस्करी बढ़ रही है, जिसके खिलाफ सुरक्षाबल सतर्क हैं।
इस गिरफ्तारी से न केवल एक संभावित हमले को रोका गया, बल्कि पूरे क्षेत्र की सुरक्षा मजबूत हुई है। पुलिस ने अपील की है कि कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत सूचना दें। आगे की जांच जारी है।

