ghaziabad news वसुंधरा स्थित मेवाड़ इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट-इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल ने मंगलवार को इम्पैक्ट लेक्चर सीरीज-2024 के तहत बौद्धिक संपदा अधिकारों, आईपीआर एवं उद्यमिता के अवसरों और विचार को व्यवसाय योजना में मूर्त रूप देने जैसे मुद्दों को विद्यार्थियों के साथ सांझा किया। तीन मुद्दों पर तीन विद्वानों को आमंत्रित किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष एमआईएम की प्रिंसिपल और एमआईएम-आईआईसी की अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. अलका अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण के अलावा आमंत्रित वि़द्वान अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। पहले वक्ता आईपी-सेल सीसीएस यूनिवर्सिटी मेरठ के पूर्व डीन एवं कृषि विज्ञान संकाय के नोडल अधिकारी प्रो. एस.एस. गौरव ने बौद्धिक संपदा अधिकारों और उनके उभरते रुझानों, हालिया विकास और वर्तमान परिदृश्य में चुनौतियों के बारे में अपना व्याख्यान दिया।
वक्ता पेटेंट अटॉर्नी, आईपी वीएएसई, गुरुग्राम की डॉ. तनु प्रिया ने शिक्षाविदें में नवाचार, आईपीआर, उद्यमिता के अवसरों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी हस्तक्षेपों की सेटिंग में डोमेन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के बारे में बात की। तीसरे वक्ता महाराजा सूरजमल संस्थान, नई दिल्ली के व्यवसाय प्रशासन विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. आशा चौधरी ने विचार को व्यवसाय योजना में मूर्त रूप देने, स्टार्टअप और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक प्रबंधन के लिए कौशल-आधारित मानसिकता विकसित करने की रणनीतियों के बारे में बात की।
मेवाड़ बायोटेक विभाग की प्रभारी एवं एमआईएम-आईआईसी की उपाध्यक्ष डॉ. नीतू सिंह कार्यक्रम संयोजक रहीं। डॉ. सोमना मिश्रा, डॉ. नीलम कौशिक, विकास पाल, डॉ. शशांक नौटियाल, डॉ. आदेश चौधरी, डॉ. संगीता, सुश्री प्रिया, मोनिका आदि आयोजन टीम के सदस्य थे।