वायरल वीडियो में क्या दिखा?
मंगलवार शाम को रिकॉर्ड किया गया 46 सेकंड का यह वीडियो एक बाइक सवार ने अपने मोबाइल से शूट किया। क्लिप में तीन काली थार SUV नजर आ रही हैं। एक गाड़ी के पास कुछ युवक खड़े होकर चिल्ला रहे हैं, जबकि बाकी दो गाड़ियों के चालक सड़क पर डोंट्स (गोल-गोल घूमना) और तेज रफ्तार के स्टंट कर रहे हैं। वीडियो में एक राहगीर बाल-बाल बचता नजर आता है, जब एक थार तेजी से उसकी ओर बढ़ती है। स्टंट के दौरान सड़क पर जाम लग गया, और अन्य वाहन चालक डर के मारे रुक गए।
स्टंट खत्म होने के बाद ही ट्रैफिक बहाल हुआ। यह घटना स्कूल-कॉलेज के समय हुई, जब सड़क पर बच्चे और छात्रों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जहां यूजर्स नोएडा पुलिस को टैग कर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कई पोस्ट्स में इसे “थार स्टंट का आतंक” बताया गया है, और पुलिस की पेट्रोलिंग पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
छात्रों का ‘रील क्रेज’, पुलिस की सख्ती
पुलिस जांच में पता चला कि स्टंट करने वाले युवक सेक्टर-125 के एक निजी विश्वविद्यालय के छात्र हैं, जिनमें अधिकांश दिल्ली के निवासी हैं। थाना सेक्टर-126 के एसएचओ ने बताया, “वीडियो की शिकायत मिलते ही हमने तुरंत जांच शुरू की। एक थार के नंबर से ट्रेस कर दिल्ली से गाड़ी जब्त कर ली गई है।
बाकी दो गाड़ियों की तलाश जारी है।” ट्रैफिक डीसीपी डॉ. प्रवीण रंजन ने कहा, “यह स्टंटबाजी मोटर व्हीकल एक्ट के तहत गंभीर अपराध है। वीडियो के आधार पर 57,500 रुपये का ई-चालान जारी किया गया है, जिसमें तेज रफ्तार, खतरनाक ड्राइविंग और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन शामिल है।”
नोएडा में इस साल स्टंटबाजी के ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। जून में सेक्टर-8 में बकरीद पर थार पर चढ़कर स्टंट करने वाले युवकों पर 33,000 का चालान कटा था। अप्रैल में सेक्टर-33 एलिवेटेड रोड पर थार की छत पर डांस का वीडियो वायरल होने पर 38,500 रुपये का जुर्माना लगा। जुलाई में बारिश के बीच सेक्टर-126 में थार से लोगों को कुचलने की कोशिश का वीडियो आया, जहां पुलिस ने जांच शुरू की। ग्रेटर नोएडा में भी बिना नंबर प्लेट वाली कारों से स्टंट पर दो गाड़ियां सीज हो चुकी हैं। इन घटनाओं से साफ है कि रील बनाने का क्रेज युवाओं को जान जोखिम में डाल रहा है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
ट्रैफिक विशेषज्ञों का मानना है कि नोएडा जैसे शहरी इलाकों में स्टंटबाजी बढ़ने की वजह युवाओं में सोशल मीडिया का प्रभाव है। एक एनजीओ के अनुसार, पिछले एक साल में उत्तर प्रदेश में स्टंट से जुड़े 200 से अधिक हादसे हुए, जिनमें 50 से ज्यादा मौतें दर्ज की गईं। पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है, लेकिन स्थानीय लोग कहते हैं कि पेट्रोलिंग बढ़ाने और स्कूलों के आसपास चेकिंग जरूरी है।
नोएडा पुलिस ने सोशल मीडिया पर अपील जारी की है: “स्टंटबाजी न सिर्फ आपकी, बल्कि दूसरों की जान ले सकती है। वीडियो वायरल करने से पहले सोचें।” फिलहाल, बाकी आरोपी छात्रों की तलाश जारी है, और पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन से भी सहयोग मांगा है। यह घटना नोएडा की सड़कों पर सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है।

