पीएचडी छात्रा रोहिणी घावरी ने भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर यौन उत्पीड़न का लगाया आरोप, दी आत्महत्या की धमकी

Student Rohini Ghavri accuses Bhim Army chief Chandrashekhar Azad of sexual harassment: पीएचडी छात्रा डॉ. रोहिणी घावरी ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। रोहिणी ने न केवल आजाद पर शोषण के आरोप लगाए, बल्कि अपनी जान को खतरा बताते हुए आत्महत्या की धमकी भी दी है।

जानकारी के अनुसार, रोहिणी घावरी दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं और वे सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं। उन्होंने दावा किया है कि चंद्रशेखर आजाद ने उनके साथ विश्वासघात किया और यौन शोषण किया। रोहिणी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, “मैं चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ बोलने की हिम्मत जुटा रही हूं। उन्होंने मेरे साथ जो किया है, वह असहनीय है। अगर मुझे कुछ हो गया तो इसके लिए वे जिम्मेदार होंगे।” वीडियो में रोहिणी भावुक नजर आईं और उन्होंने आत्महत्या करने की बात कही, जिससे उनके समर्थक चिंतित हो गए।

रोहिणी ने बताया कि यह मामला कई महीनों पुराना है। चंद्रशेखर आजाद के साथ उनकी मुलाकात सामाजिक आंदोलनों के दौरान हुई थी, जहां से रिश्ता दोस्ती में बदला। लेकिन बाद में आजाद ने कथित तौर पर उनके साथ अनुचित व्यवहार किया। रोहिणी ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आईपीसी की धारा 354 (महिला का अपमानजनक तरीके से छेड़छाड़) और अन्य संबंधित धाराओं का उल्लेख है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “यह राजनीतिक साजिश है। मैं निर्दोष हूं और कानूनी कार्रवाई का सामना करने को तैयार हूं।” आजाद ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की। विपक्षी दल इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर हैं, जबकि सत्ताधारी पक्ष ने कहा कि कानून अपना काम करेगा।

यह घटना दलित और महिला अधिकारों से जुड़े आंदोलनों को नई दिशा दे सकती है। रोहिणी के वकील ने बताया कि वे अदालत में भी याचिका दायर करेंगे। फिलहाल, रोहिणी को सुरक्षा प्रदान करने की मांग उठ रही है।

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