Stray dog ​​menace continues in Noida: 2025 में हजारों काटने के मामले, सेक्टर-82 में फिर 10 साल के बच्चे पर हमला

Stray dog ​​menace continues in Noida: दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आवारा कुत्तों की समस्या 2025 में भी गंभीर बनी हुई है। साल भर में डॉग बाइट के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं, जिससे सोसाइटी निवासियों में दहशत का माहौल है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से अगस्त 2025 तक 73,000 से अधिक कुत्ते काटने की घटनाएं दर्ज हुईं, जबकि नवंबर में अकेले 11,974 मामले रिपोर्ट हुए।

सेक्टर-82 में ताजा घटना, बच्चे के पैर का मांस नोचा
नोएडा के सेक्टर-82 स्थित ईडब्ल्यूएस पॉकेट-7 में आवारा कुत्तों का कहर फिर सामने आया है। रविवार रात एक 10 वर्षीय बच्चे पर कुत्ते ने अचानक हमला कर दिया, जिसमें बच्चे के पैर में गहरे घाव हो गए और मांस तक निकल आया। बच्चा बुरी तरह घायल और डरा हुआ है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह इलाका कुत्तों के आतंक से सबसे ज्यादा प्रभावित है और पहले भी कई लोग शिकार बन चुके हैं।

आरडब्ल्यूए और निवासियों ने नोएडा प्राधिकरण पर लापरवाही का आरोप लगाया है। बार-बार शिकायत के बावजूद खूंखार कुत्तों को पकड़ने या स्टेरलाइज करने में देरी हो रही है। लोग चेतावनी दे रहे हैं कि यदि तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ी अनहोनी हो सकती है।

2025 में रिकॉर्ड डॉग बाइट मामले, 34 हॉटस्पॉट चिह्नि
स्वास्थ्य विभाग ने नोएडा में 34 ऐसे हॉटस्पॉट चिह्नित किए हैं जहां कुत्ते काटने की घटनाएं सबसे ज्यादा हो रही हैं। जनवरी से मई तक 52,000 से अधिक स्ट्रे डॉग बाइट केस दर्ज हुए, जबकि पूरे साल में यह आंकड़ा लाखों के करीब पहुंच सकता है। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा है। ग्रेटर नोएडा में भी कई सोसाइटियों में इसी तरह के हमले रिपोर्ट हुए हैं।

प्राधिकरण की कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट के अगस्त 2025 के आदेश के बाद नोएडा अथॉरिटी ने कदम उठाए हैं। दो नए एनिमल शेल्टर बनाए जा रहे हैं, जहां 2,000 कुत्तों को रखा जा सकेगा। स्टेरलाइजेशन और वैक्सीनेशन ड्राइव तेज की गई है, साथ ही 1,500 फीडिंग पॉइंट्स बनाने और हेल्पलाइन (0120-2425025) शुरू करने की योजना है। आरडब्ल्यूए से अनस्टेरलाइज्ड कुत्तों की जानकारी मांगी जा रही है।

हालांकि निवासी कह रहे हैं कि ये कदम देर से आए हैं और जमीन पर अमल अभी कम है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्टेरलाइजेशन और फीडिंग पॉइंट्स से लंबे समय में समस्या कम हो सकती है, लेकिन तत्काल खूंखार कुत्तों को हटाने की जरूरत है।

निवासियों की मांग है कि खतरनाक कुत्तों को तुरंत पकड़कर शेल्टर भेजा जाए, ताकि सोसाइटी में लोग सुरक्षित महसूस कर सकें।

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