Mahakumbh: प्रयागराज: संगम नगरी में मंगलवार की रात अमंगलकारी साबित हुई जब महाकुंभ में भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 17 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
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रात करीब दो बजे संगम तट के पास इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लाने के लिए एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज की ओर जाने से बचें।
भगदड़ की घटना दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से ठीक पहले हुई। इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा में पवित्र स्नान के लिए जुटे थे। प्रशासन का कहना है कि भीड़ अत्यधिक बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ।
Mahakumbh: प्रधानमंत्री मोदी की निगरानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बीते दो घंटों में वे तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत कर चुके हैं। सुरक्षा और राहत कार्यों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पहले अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में परिषद ने कहा कि भीड़ छंटने के बाद अखाड़े स्नान करेंगे।
अब तक 20 करोड़ श्रद्धालु कर चुके हैं स्नान
महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ था और अब तक करीब 20 करोड़ श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा चुके हैं। प्रशासन का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। बुधवार सुबह 6 बजे तक 1.75 करोड़ लोगों ने पवित्र स्नान कर लिया था।
भगदड़ के प्रत्यक्षदर्शी की आपबीती
दिल्ली के द्वारका सेक्टर-18 बी निवासी प्रमोद कुमार शर्मा अपने परिवार के साथ कुंभ स्नान के लिए आए थे। उन्होंने बताया कि रात लगभग डेढ़ बजे जब वे स्नान कर लौट रहे थे, तभी पीछे से अचानक भीड़ का रेला आया और कई लोग गिर पड़े। प्रमोद ने बताया, “मैं संभला तो देखा कि मेरी मां और दोनों बेटे पास में थे। मैंने उनका हाथ पकड़कर घाट से बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन मेरी पत्नी नजर नहीं आई। बाद में वह केंद्रीय अस्पताल में मिलीं, जहां उन्हें चोटें आई थीं।”
Mahakumbh: चित्रकूट में जाम से हजारों वाहन फंसे
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रयागराज में वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसका असर चित्रकूट में देखने को मिला, जहां बरगढ़ से भरतकूप तक 30 हजार से अधिक वाहन जाम में फंस गए।
जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन और पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह खुद मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक नियंत्रण में जुटे हुए हैं। श्रद्धालुओं को होर्डिंग एरिया में शिफ्ट किया जा रहा है, जबकि ट्रेन सेवाओं को भी प्रभावित किया गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस को भरतकूप रेलवे स्टेशन पर रोक दिया गया है, जहां यह सुबह 5 बजे से खड़ी है।
(नोट: ताजा अपडेट्स के लिए जुड़े रहें, प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए है।)