एसएसपी ने थाना प्रभारी व दरोगा को किया निलंबित

meerut news  फलावदा थाना क्षेत्र से जुड़े एक मामले में सोमवार देर रात एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन थाना प्रभारी फलावदा (वर्तमान में थाना प्रभारी परीक्षितगढ़) संजय द्विवेदी और फलावदा थाने में तैनात दरोगा योगेश गिरी को निलंबित कर दिया। दोनों पर हत्या के प्रयास से जुड़े मुकदमे में आर्थिक लाभ लेकर आरोपियों को बचाने और पीड़ित पक्ष को ही जेल भेजने का आरोप था। गोपनीय जांच में आरोप सही पाए गए।
ग्राम नगला हरेरू निवासी हमदान पुत्र सरफराज 25 अप्रैल को जेल से जमानत पर बाहर आया था। 27 अप्रैल को वह अपने ममेरे भाई सब्बू उर्फ सबाउद्दीन के साथ खेत पर काम कर रहा था। तभी खुर्रम, कल्लू, नकीब, टाटी उर्फ रूवेज और दो अज्ञात बदमाशों ने जान से मारने की नीयत से उन पर फायरिंग कर दी। एक गोली सब्बू की जांघ में लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की रात ही हमदान की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ। इस मुकदमे की जांच दरोगा योगेश गिरी को मिली और सुपरविजन तत्कालीन थाना प्रभारी संजय द्विवेदी के पास था। आरोप है कि दोनों ने हमलावरों से आर्थिक लाभ लेकर उन्हें क्लीन चिट दे दी और मामले को दबाने के लिए उल्टे पीड़ित को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। करीब एक सप्ताह पहले पीड़ित पक्ष ने एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी ने विवेचक को तलब कर जवाब मांगा। जवाब संतोषजनक न होने पर मामले की गोपनीय जांच कराई गई। सीओ द्वारा की गई जांच में आरोप सही पाए गए। रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी ने देर रात दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच से इंस्पेक्टर विजय कुमार राय को परीक्षितगढ़ थाने का चार्ज सौंपा गया। उन्होंने रात में ही चार्ज संभाल लिया। एसएसपी ने मामले में विभागीय जांच बैठा दी है। जांच की जिम्मेदारी एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह को दी गई है।

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