कॉलेज कैंपस में श्रीलंकाई प्रधानमंत्री का स्वागत एनसीसी कैडेट्स द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर से किया गया। हिंदू कॉलेज की भारतीय संगीत सोसाइटी ने सांस्कृतिक प्रदर्शन के माध्यम से उनका अभिवादन किया, जिसके बाद छात्रों और फैकल्टी ने खड़े होकर तालियां बजाईं। अमरसूरिया ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा करते हुए कहा, “जब मैं कॉलेज में आई थी, तो मेरे साथ सपने, अनिश्चितताएं, उम्मीदें और थोड़ी घबराहट थी। आज तीन दशक बाद वही द्वार पार करते हुए मुझे नॉस्टैल्जिया और प्रशंसा का एहसास हुआ। जो कभी थोड़े पुराने भवनों वाला आकर्षक कॉलेज था, वह अब स्मार्ट क्लासरूम, उन्नत लैबोरेटरीज और जीवंत शोध पहलों वाला एक प्रमुख संस्थान बन चुका है।”
उन्होंने भारत को दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बताते हुए कॉलेज की प्रगति की सराहना की।
अमरसूरिया ने कक्षा नंबर 27 का दौरा भी किया, जहां उन्होंने समाजशास्त्र की पढ़ाई की थी। कॉलेज ने उनके सम्मान में एक नया ‘सोशियो-एथ्नोग्राफिक लैब’ का उद्घाटन प्रस्तावित किया है। प्रिंसिपल अंजू श्रीवास्तव ने कहा, “हरिणी का यह दौरा हमारी विरासत का प्रतीक है। हिंदू कॉलेज हमेशा से छात्र सरकार और नेतृत्व विकास पर जोर देता रहा है, और डॉ. अमरसूरिया इसका जीवंत उदाहरण हैं।”
यह दौरा अमरसूरिया की तीन दिवसीय भारत यात्रा (16-18 अक्टूबर) का हिस्सा है। यात्रा के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगी, जहां शिक्षा, व्यापार, ऊर्जा और क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी। वे आईआईटी दिल्ली और नीति आयोग का भी दौरा करेंगी तथा एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में मुख्य भाषण देंगी। श्रीलंका शिक्षा मंत्री भी रह चुकीं अमरसूरिया ने कहा कि शिक्षा दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों की कुंजी है।
श्रीलंका की 17वीं प्रधानमंत्री हरिणी अमरसूरिया एक समाजशास्त्री, एकेडमिक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्होंने 2024 के संसदीय चुनाव में कोलंबो जिले से रिकॉर्ड 6,55,289 वरीयता वोट हासिल कर इतिहास रचा। उनकी यात्रा भारत-श्रीलंका संबंधों को नई गति देने का संकेत देती है, जो शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में नए द्वार खोलेगी।

