सोमालिया के पंटलैंड में हो रहा, आईएसआईएस का पुनरुत्थान, पहाड़ी ठिकानों पर हमला

Somalia/ISIS News: सोमालिया के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र पंटलैंड में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के पुनरुत्थान ने सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन के लिए एक नई चुनौती पेश करने वाला है। हाल के महीनों में, पंटलैंड के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों, विशेष रूप से काल-मिस्काद और गोलिस पर्वत श्रृंखलाओं में, आईएसआईएस ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। पंटलैंड डिफेंस फोर्सेज (पीडीएफ) ने इन आतंकवादियों के खिलाफ एक व्यापक अभियान शुरू किया है, जिसे “ऑपरेशन हिलाक” के नाम से जाना जाता है, जिसमें अमेरिकी हवाई हमलों का भी समर्थन प्राप्त है।

पृष्ठभूमि और हाल की घटनाएँ
2015 में, अब्दुलकादिर मुमिन के नेतृत्व में अल-शबाब से अलग हुए एक गुट ने आईएसआईएस के प्रति निष्ठा की शपथ ली और “इस्लामिक स्टेट इन सोमालिया” (आईएस-सोमालिया) की स्थापना की। तब से, यह समूह पंटलैंड के बारी क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने में लगा हुआ है। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से 2024 और 2025 में, आईएसआईएस ने स्थानीय व्यवसायों से उगाही, हथगोले से हमले और सुरक्षा बलों पर हमलों के जरिए अपनी उपस्थिति को बढ़ावा दिया है। जून 2024 में, बोसासो शहर में दो बड़े निजी अस्पताल और कई व्यापारिक केंद्र आईएसआईएस की उगाही की मांगों के कारण बंद हो गए।

सैन्य अभियान और प्रगति
पंटलैंड डिफेंस फोर्सेज ने इस साल जनवरी में शुरू हुए “ऑपरेशन हिलाक” के तहत आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है। इस अभियान के दूसरे चरण में, फरवरी 2025 में, पीडीएफ ने काल-मिस्काद पर्वतों में कई आईएसआईएस ठिकानों पर कब्जा किया और कई आतंकवादियों को मार गिराया। 1 फरवरी को अमेरिकी हवाई हमलों ने गोलिस पर्वतों में आईएसआईएस के गढ़ों को निशाना बनाया, जिसमें एक प्रमुख भर्तीकर्ता और वित्तपोषक, अहमद मालेनिनी, मारा गया। इसके अलावा, मई 2025 में, एक वरिष्ठ आईएसआईएस कमांडर, अहमद मूसे सईद, को काल-मिस्काद में एक लक्षित ऑपरेशन में मार गिराया गया।
हाल ही में, 15 अगस्त 2025 को, पंटलैंड बलों ने कंदाला जिले के पास एल्का वांगबले क्षेत्र पर नियंत्रण हासिल किया, जो 2016 से आईएसआईएस का एक प्रमुख गढ़ था। इस ऑपरेशन में कई आतंकवादी मारे गए या भाग गए, और उनके हथियार जब्त किए गए। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि यह क्षेत्र जल स्रोतों के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था, जिसे आईएसआईएस अपने ठिकानों के लिए इस्तेमाल करता था।

चुनौतियाँ और भविष्य की रणनीति
हालांकि पंटलैंड बलों ने महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन चुनौतियाँ बनी हुई हैं। आईएसआईएस ने विदेशी लड़ाकों, विशेष रूप से इथियोपिया, यमन और तंजानिया से भर्ती करके अपनी ताकत बढ़ा रहा है। इसके अलावा, समूह ने ड्रोन और आत्मघाती हमलावरों जैसे उन्नत हथियारों का उपयोग शुरू किया है, जिससे वह एक जटिल खतरा बन गया है। पंटलैंड प्रशासन ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का अवसर दिया है, जिसमें विदेशी लड़ाकों को उनके मूल देशों में लौटने की पेशकश भी शामिल है।
स्थानीय समुदायों, विशेष रूप से अली सलीबान उप-कबीले, के साथ सहयोग ने ऑपरेशन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालिक सफलता के लिए पंटलैंड प्रशासन को स्थानीय शिकायतों को दूर करना होगा और विकास सहायता प्रदान करनी होगी। इसके साथ ही, सोमालिया की संघीय सरकार और पंटलैंड प्रशासन के बीच समन्वय की कमी एक बड़ी बाधा है। पंटलैंड के नेताओं ने दावा किया है कि उन्हें संघीय सरकार या अफ्रीकी संघ से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला है।

अंतरराष्ट्रीय सहायता और निगरानी
अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात ने पंटलैंड के अभियानों में हवाई और खुफिया सहायता प्रदान की है। फरवरी 2025 में, अमेरिकी सेना ने यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन से एफए-18 सुपर हॉर्नेट्स के जरिए हवाई हमले किए, जिनमें कई आतंकवादी ठिकाने नष्ट हुए। विशेषज्ञों का कहना है कि अफ्रीका में आईएसआईएस की बढ़ती गतिविधियों के कारण, खासकर सोमालिया में, यह क्षेत्र वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का एक नया केंद्र बन गया है।

निष्कर्ष
पंटलैंड में आईएसआईएस के खिलाफ चल रहा अभियान एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। पंटलैंड डिफेंस फोर्सेज और उनके अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों की सक्रियता ने आतंकवादी समूह को कमजोर तो किया है, लेकिन इस खतरे को पूरी तरह खत्म करने के लिए निरंतर सैन्य कार्रवाई, सामुदायिक सहयोग और क्षेत्रीय समन्वय की आवश्यकता है। पंटलैंड प्रशासन ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और स्थानीय निवासियों से अपने सैनिकों का समर्थन प्राप्त करने की अपील की है।

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