नमो भारत ट्रेन के स्टेशन पर सौर ऊर्जा संयंत्र का आगाज

आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचि ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का किया निरीक्षण
ghaziabad news  आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सचिव श्रीनिवास कटिकिथला ने रविवार को दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ को जोड़ने वाले भारत के पहले रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर का निरीक्षण किया। एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने उनका भव्य स्वागत किया।
इस दौरान कटिकिथला ने आरआरटीएस कॉरिडोर के दिल्ली खंड के परिचालन की शुरूआत के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। फिलहाल यात्री परिचालन के लिए इस खंड पर नमो भारत ट्रेनों के ट्रायल रन किए जा रहे हैं।
एनसीआरटीसी के एमडी ने उन्हें बताया कि किस तरह से फुट-ओवर ब्रिज (एफओबी), लिफ्ट और एस्केलेटर के व्यापक प्रयोग से परिवहन के विभिन्न साधनों को सहजता से एकीकृत किया जा रहा है, जिससे यात्री सड़कों पर उतरे बिना ही उनके बीच आसानी से आवागमन कर सकते हैं।
उन्होंने एनसीआरटीसी के कई निर्माण चुनौतियों का सामना करते हुए एक व्यापक पारगमन केंद्र का निर्माण करने के लिए अपनाए जा रहे रणनीतिक और भविष्यवादी दृष्टिकोण की सराहना की।

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न्यू अशोक नगर और आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन दोनों ही इस मल्टीमॉडल एकीकरण का उदाहरण हैं, जो प्रभावी रूप से दिल्ली मेट्रो और उनके आसपास के अन्य परिवहन माध्यमों से निर्बाध रूप से ज्जोड़े जा रहे हैं।
कटिकिथला ने गाजियाबाद आरआरटीएस स्टेशन पर स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्र का शुभारंभ करते हुए कहा कि एनसीआरटीसी की सस्टेनबिलिटी हासिल करने की प्रतिबद्धता में यह एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा है।
आरआरटीएस कॉरिडोर में एनसीआरटीसी के स्थापित यह सौर ऊर्जा छत संयंत्र, अब तक का सबसे बड़ा संयंत्र है, जिसमें लगभग 1 मेगावाट (965 किलोवाट (‘हस्र)) की सोलर ऊर्जा उत्पादन करने की क्षमता है। यह पहल एनसीआरटीसी के स्टेशनों, डिपो और सबस्टेशनों को सौर ऊर्जा उत्पादन के केंद्रों में बदलने के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है, जो इसके कार्बन फुटप्रिंट्स को काफी कम करता है। वर्तमान में एनसीआरटीसी 4 मेगावाट पीक की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता के साथ अनुमानित वार्षिक 4,100 टन सीओटू उत्सर्जन में कमी ला रहा है।
ट्रेन संचालकों और स्टेशन नियंत्रकों से भी किया संवाद
कटिकिथला ने परिचालित खंड में नमो भारत ट्रेन में यात्रा की, जहां उन्होंने नमो भारत ट्रेनों की यात्री-केंद्रित विशेषताओं का अनुभव किया। उन्हें ट्रेन संचालकों और स्टेशन नियंत्रकों से भी परिचित कराया गया, जो मुख्य रूप से महिलाएं हैं। वर्तमान में, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर साहिबाबाद और मेरठ साउथ के बीच 42 किलोमीटर के खंड में नमो भारत ट्रेन सेवाएं संचालित हैं। जीएसएम 9 स्टेशन शामिल है। ये स्टेशन हैं साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुराद नगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ-साउथ।

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