जावेद अख्तर के पुराने वीडियो पर भड़के सिंगर लकी अली, कहा- ‘कभी ओरिजिनल नहीं, हमेशा बदसूरत’; बाद में मांगी माफ़ी

Javed Akhtar vs. Lucky Ali News: बॉलीवुड के दिग्गज गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनका एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे हिंदुओं से ‘मुसलमानों जैसे न बनने’ की अपील करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो पर सिंगर लकी अली ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। लकी अली ने जावेद को ‘कभी ओरिजिनल नहीं और बदसूरत’ बताया, लेकिन बाद में सफाई देते हुए कहा कि उनका मतलब अहंकार से था।

क्या है पूरा मामला?
यह वीडियो 2024 का है, जिसमें जावेद अख्तर लेखक मकरंद परांजपे के साथ एक पैनल डिस्कशन में हिस्सा ले रहे थे। चर्चा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, धर्म, अध्यात्म, लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर थी। वीडियो में जावेद 1975 की फिल्म ‘शोले’ का जिक्र करते हैं, जिसकी पटकथा उन्होंने सलीम खान के साथ लिखी थी। वे कहते हैं, “शोले में एक सीन था जहां धर्मेंद्र शिव जी की मूर्ति के पीछे छिपकर बोलते हैं और हेमा मालिनी सोचती हैं कि शिव जी बोल रहे हैं। क्या आज ऐसा सीन संभव है? नहीं, मैं ऐसा सीन नहीं लिखूंगा। 1975 में हिंदू नहीं थे? धार्मिक लोग नहीं थे?”
वे आगे एक कार्यक्रम का जिक्र करते हैं जहां उन्होंने फिल्ममेकर राजू हिरानी के साथ पुणे में बड़ी ऑडियंस के सामने कहा था, “मैंने कहा था- मुसलमानों जैसे मत बनो। उन्हें अपने जैसा बनाओ। तुम मुसलमानों जैसे बनते जा रहे हो। यह एक त्रासदी है।” जावेद का इशारा धार्मिक असहिष्णुता की ओर था, जहां वे कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र इसलिए है क्योंकि यहां विभिन्न विचारों को जगह मिलती है, जो भूमध्य सागर तक नहीं मिलता।
यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वायरल हुआ, जहां यूजर इरेना अकबर ने पोस्ट किया, “जावेद अख्तर हिंदुओं से कहते हैं- मुसलमानों जैसे मत बनो। उन्हें अपने जैसा बनाओ। यह त्रासदी है। पश्चिम बंगाल उर्दू अकादमी ने इस बेशर्म कट्टरपंथी को निमंत्रण वापस लेकर सही किया।”

लकी अली की तीखी प्रतिक्रिया
इस पोस्ट पर लकी अली ने कमेंट किया, “जावेद अख्तर जैसे मत बनो, कभी ओरिजिनल नहीं और बदसूरत जैसे f***…” इस कमेंट ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। कई यूजर्स ने लकी की तारीफ की, तो कुछ ने इसे अनुचित बताया।

बाद में लकी अली ने सफाई दी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “मेरा मतलब था कि अहंकार बदसूरत होता है… यह मेरी तरफ से गलत कम्यूनिकेशन था। राक्षसों की भी भावनाएं हो सकती हैं और अगर मैंने किसी राक्षस को चोट पहुंचाई है तो मैं माफी मांगता हूं।”

जावेद अख्तर का इतिहास विवादों से भरा
जावेद अख्तर अक्सर अपने बेबाक बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं। वे हिंदू और मुस्लिम दोनों कट्टरपंथियों की आलोचना करते रहे हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “कुछ मुझे जिहादी कहते हैं, तो कुछ काफिर। मुंबई पुलिस ने मुझे कई बार धमकियों के चलते सुरक्षा ऑफर की है, ज्यादातर मुस्लिम ग्रुप्स से।” हाल ही में, कोलकाता में एक कार्यक्रम रद्द हुआ था क्योंकि जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने आपत्ति जताई थी।

लकी अली भी पहले विवादों में घिर चुके हैं। 2023 में उन्होंने दावा किया था कि संस्कृत शब्द ‘ब्राह्मण’ अब्राहम से आया है, जिस पर उन्हें ट्रोल किया गया और उन्होंने पोस्ट डिलीट कर माफी मांगी।

यह घटना सोशल मीडिया पर धार्मिक सहिष्णुता और अभिव्यक्ति की आजादी पर बहस को फिर से जिंदा कर रही है। जावेद अख्तर की तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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