Sikkim Cloudburts: गुवाहाटी | उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर अचानक बादल फटने से तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई. सेना के 23 जवान लापता होने की खबर है. प्रशासन ने आसपास लोगों से सतर्क रहने के लिए करा गया है. तलाशी अभियान जारी है. हादसे में घाटी में कुछ सैन्य प्रतिष्ठान प्रभावित हुए हैं.बादल फटने के बाद बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग सिंगतम पहुंचे और यहां उन्होंने स्थिति का का जायजा लिया.
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अधिकारियों ने कहा कि तीस्ता नदी में जल स्तर अचानक बढ़ने के बाद मंगलवार देर रात उत्तरी सिक्किम में कम से कम छह पुल बह गए। उन्होंने यह भी कहा कि तीस्ता नदी में जलस्तर अचानक बढ़ने की खबर मिलते ही अलर्ट जारी कर दिया गया और नदी के किनारे निचले इलाकों को खाली कराना शुरू कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा है कि भारी बारिश के कारण बीरभूम, बांकुरा, पश्चिम बर्दवान, पूर्वी बर्दवान, पश्चिम मिदनापुर, हुगली और हावड़ा सहित कम से कम सात जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य के विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। Sikkim Cloud Burst:
गंगटोक में भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा, “जब किसी छोटे क्षेत्र में लगभग एक घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश होती है, तो इसे बादल फटना कहा जाता है।” अधिकारियों ने कहा कि वे यह भी सत्यापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह बादल फटना था या पहाड़ों के ऊपरी हिस्से में हिमनद झील का फटना था, जिसके कारण नदी में जल स्तर अचानक बढ़ गया।”
इस बीच झारखंड पर कम दबाव और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण के कारण पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार तक पूर्वी राज्य में बारिश की गतिविधि बढ़ने का अनुमान लगाया है। Sikkim Cloud Burst:
जब थराली के सोल क्षेत्र में देर रात फटा बादल
इससे पहले 18 अगस्त को उत्तराखंड में चमोली के थराली क्षेत्र में भारी बारिश के बाद बादल फटने की घटना सामने आई थी. बादल फटने के बाद प्राणमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा था और पिंडर नदी भी उफान पर आ गई थी. नदियों का पानी लोगों के घरों और शिव मंदिर में घुस गया था. इससे भारी नुकसान हुआ था. कई घर क्षतिग्रस्त हो गए थे.
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