अमेरिका के मिनियापोलिस में कैथोलिक स्कूल में गोलीबारी, 8 वर्षीय लड़के और 10 वर्षीय लड़की की मौत, कायराना हमला

Minneapolis/America News: मिनियापोलिस के एक कैथोलिक स्कूल में हुई दिल दहला देने वाली गोलीबारी में दो बच्चों, 8 वर्षीय लड़के और 10 वर्षीय लड़की, की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य लोग घायल हुए। इस घटना में हमलावर की भी मौत हो गई है। मिनियापोलिस पुलिस ने बताया कि हमलावर को “निष्क्रिय” कर दिया गया है और अब वह समुदाय के लिए खतरा नहीं है। इस दुखद घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।

मृत बच्चों के नाम और परिवार का दर्द
मृत बच्चों की पहचान 8 वर्षीय जॉन डो (काल्पनिक नाम, गोपनीयता के लिए) और 10 वर्षीय जेन डो (काल्पनिक नाम) के रूप में की गई है। जॉन के पिता ने हमलावर को “कायर” करार देते हुए कहा, “यह एक बच्चे के खिलाफ ऐसा जघन्य अपराध करने वाला कायराना कृत्य है। कोई परिवार इस दर्द को सहन नहीं करना चाहिए।” उन्होंने अपने बेटे को एक खुशमिजाज और सपनों से भरा बच्चा बताया, जिसकी हंसी अब उनके घर में कभी नहीं गूंजेगी।

घटना का विवरण
यह गोलीबारी मिनियापोलिस के एक कैथोलिक स्कूल में 27 अगस्त, 2025 को हुई। पुलिस के अनुसार, हमलावर ने स्कूल परिसर में अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई और 17 लोग घायल हो गए। मिनियापोलिस के एक अस्पताल ने पुष्टि की कि पांच घायल बच्चों का इलाज चल रहा है। घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, और जांच में हर संभव संसाधन लगाए जा रहे हैं। टोरंटो पुलिस सर्विस के प्रमुख मायरोन डेमकिव ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा, “हम इस जांच में पूरी ताकत झोंक रहे हैं, और दोषियों को सजा दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”

अमेरिका में स्कूल गोलीबारी का बढ़ता खतरा
यह घटना अमेरिका में स्कूल गोलीबारी की एक और दुखद कड़ी है। एक्टिविस्ट शैनन वाट्स ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ रहा है, क्योंकि अमेरिका में बंदूक और गोला-बारूद तक बेरोकटोक पहुंच है।” यह घटना बंदूक नियंत्रण को लेकर चल रही बहस को और तेज कर सकती है।

जांच और समुदाय की प्रतिक्रिया
पुलिस ने अभी तक हमलावर की पहचान या उसके मकसद का खुलासा नहीं किया है। स्थानीय समुदाय और स्कूल प्रशासन ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। स्कूल ने अस्थायी रूप से कक्षाएं निलंबित कर दी हैं और प्रभावित परिवारों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था की है।

आगे की राह
यह घटना अमेरिका में स्कूलों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए न केवल कड़े बंदूक नियंत्रण कानूनों की जरूरत है, बल्कि स्कूलों में सुरक्षा उपायों और मानसिक स्वास्थ्य सहायता को भी बढ़ाना होगा।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। मृत बच्चों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं, और समुदाय इस दुख की घड़ी में एकजुट होकर खड़ा है।

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