बिहार के आरा में सनसनीखेज डबल मर्डर: मां का दर्दभरा बयान- “प्रेमिका ने मेरी मांग-गोद दोनों उजाड़ दीं”, प्रेम प्रसंग और जातिगत रंजिश से जोड़ी गई हत्या की आशंका

Double murder case news in Ara/Bihar: बिहार के भोजपुर जिले के आरा में गुरुवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे की चपेट में ले लिया। उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कसाप गांव के रहने वाले प्रमोद कुशवाहा (45) और उनके बेटे प्रियांशु कुशवाहा (20) की अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने क्रूरता से गोली मारकर हत्या कर दी। दोनों पिता-पुत्र सगाई की खरीदारी के लिए शाम को बाजार निकले थे, लेकिन घर से करीब 20 किलोमीटर दूर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलघाट गांव के पास सड़क किनारे उनके क्षत-विक्षत शव बरामद हुए। प्रमोद के गर्दन पर ब्लेड के वार के निशान हैं, जबकि एक गोली उनकी पीठ में और दूसरी दाढ़ी के पास लगी। प्रियांशु को सिर में गोली मारी गई।

घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। गुस्साए लोगों ने आरा-सासाराम मुख्य मार्ग पर धोबी घाटवा मोड़ के पास सड़क जाम कर दिया और आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में ले लिया और फॉरेंसिक टीम को बुलाया। आरा एसपी मनीष ने बताया कि विशेष जांच टीम गठित की गई है। प्रारंभिक जांच में बेटे प्रियांशु के प्रेम प्रसंग को हत्या का मुख्य कारण माना जा रहा है, हालांकि राजनीतिक रंजिश की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा रहा। प्रमोद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के नेता उपेंद्र कुशवाहा के समर्थक थे और हाल ही में कई राजनीतिक बैठकों में सक्रिय थे।

मां का दर्द: “जाति ना एक रहल, एही खातिर हम मना कईनी”
मृतक प्रियांशु की मां सुनीता देवी का बयान इस मामले को और सनसनीखेज बना रहा है। आंसुओं से भीगती आंखों से उन्होंने बताया, “बेटे की प्रेमिका ने मेरी मांग, गोद दोनों उजाड़ दीं। दोनों की जाति एक नहीं थी, इसलिए मैंने शादी के लिए मना किया था।” सुनीता के अनुसार, प्रियांशु का एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जो अलग जाति की थी। परिवार ने शादी का विरोध किया था, जिससे रंजिश बढ़ गई। “वो लड़की के परिवार वाले बार-बार धमकी दे रहे थे। बेटा कहता था, मां सब ठीक हो जाएगा, लेकिन आज दोनों चले गए।” सुनीता ने पुलिस से प्रेमिका और उसके परिवार पर शक जताया है। परिवार के अन्य सदस्यों ने भी यही बात दोहराई कि जातिगत भेदभाव के कारण यह वारदात रची गई।

परिजनों का कहना है कि प्रमोद एक मेहनती मिठाई व्यापारी थे, जिनकी दुकान कसाप गांव में चलती थी। प्रियांशु कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे और सगाई की तैयारियां जोरों पर थीं। गुरुवार शाम को दोनों बाजार सामान लेने निकले, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे। सुबह ग्रामीणों ने सड़क किनारे शव देखे तो हड़कंप मच गया।

राजनीतिक रंग: विपक्ष का हमला, NDA पर सवाल
चुनावी माहौल में यह घटना राजनीतिक हलचल तेज कर रही है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया, “अब कहो जंगल राज। आरा में डबल मर्डर के बाद भी एनडीए सरकार चुप है। भाषणों में जंगलराज की बात तो करते हो, लेकिन बिहार में अपराधियों को खुली छूट क्यों?” वहीं, जन सुराज के समर्थकों ने भी कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। मोकामा में जन सुराज समर्थक दुलार चंद की हत्या के महज 24 घंटे बाद यह घटना बिहार में अपराध की बेकरारी को उजागर कर रही है। सिवान में एक एएसआई की हत्या भी इसी कड़ी का हिस्सा बताई जा रही है।

पुलिस की कार्रवाई: हर एंगल से जांच
आरा एसडीपीओ राज कुमार शाह ने बताया, “घटनास्थल को सील कर दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। प्रेम प्रसंग, जातिगत रंजिश और राजनीतिक कोण सभी पर जांच चल रही है। जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे।” फॉरेंसिक टीम ने शवों पर गोली के छर्रे, ब्लेड के निशान और खून के धब्बे बरामद किए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।

यह घटना बिहार में बढ़ते अपराध की पोल खोल रही है, जहां चुनावी सरगर्मी के बीच आम आदमी की जान पर बनी हुई है। परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है, तो पूरा गांव मातम में डूबा है। प्रमोद-प्रीयांशु की सगाई की खुशियां अब शोक सभा में बदल चुकी हैं। पुलिस पर दबाव बढ़ रहा है कि दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए, वरना इलाके में तनाव और भड़क सकता है।

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