जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील के देहरा गली इलाके में सैन्य वाहनो पर हुए आतंकी हमले के तीसरे दिन भी सुरक्षा बलों का आतंकियों की खिलाफ इलाके में तलाशी अभियान जारी है। इसके चलते सुरक्षाबल लगातार क्षेत्र के जंगलों को खंगाल रहे हैं। देहरा गली के हालातों का संवाद न्यूज एजेंसी ने जायजा लिया कि किस प्रकार घने जंगल आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह का काम करते हैं। सुरक्षाबलों के लिए किस प्रकार की परेशानियां पैदा करते हैं। इस अभियान को ओर आगे बढ़ाने में सुरक्षा कर्मियों को किस प्रकार की दिक्कतें आ रही है, हालांकि इस कई प्रकार की कठिनाइयों के बावजूद सुरक्षा बलों का मनोबल काफी ऊंचा बना हुआ है और वह अपने साथियों का बदला लेने के लिए लगातार तीसरे दिन भी इस तलाशी अभियान को जारी रखे हुए हैं।
पांच जवान शहीद
आपको बता दें कि पुंछ जिले के बफलियाज इलाके के सावनी इलाके में सोमवार की शाम आतंकियों के घात लगाकर दो सैन्य वाहनों पर किए गए हमले में पांच जवान शहीद हो गए, जबकि दो जवान घायल भी हुए हैं। दहशतगर्दों ने पहले ग्रेनेड दागे, फिर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। दो जवानों के शव क्षत विक्षत भी कर दिए गए हैं।
कुछ जवानों के हथियार भी ले भागने की आशंका है। पाकिस्तान समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के तुरंत बाद जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया। इससे मुठभेड़ जारी है।
बता दें कि डेरा गली से बफलियाज की ओर से 48 राष्ट्रीय राइफल्स के दो वाहन आ रहे थे। इनमें एक जिप्सी तथा दूसरा ट्रक था। राजोरी-थन्नामंडी-सुरनकोट रोड पर सावनी इलाके में पहले से घात लगाए आतंकियों ने सैन्य वाहन देखते ही पहले ग्रेनेड दागा।
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इससे दोनों वाहनों के रुकते ही आतंकियों ने चारों ओर से घेरकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की संख्या चार से छह बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि सैन्य वाहन से बफलियाज इलाके से जवानों को लाया जा रहा था जहां बुधवार देर रात से घेराबंदी एवं तलाशी अभियान चल रहा था। फिलहाल ये अभियान जारी है।