सूचना मिलते ही नोएडा पुलिस की टीमें, बम निरोधक दस्ता (बीडीएस), डॉग स्क्वॉड और एटीएस की टीम मौके पर पहुंची। स्कूल परिसरों को खाली कराया गया और छात्रों-स्टाफ को सुरक्षित बाहर निकाला गया। अभिभावकों में दहशत फैल गई और कई पैरेंट्स स्कूल पहुंचकर बच्चों को ले गए। सघन तलाशी के बावजूद किसी भी स्कूल में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
पुलिस का आधिकारिक बयान
नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि धमकी भरा मेल झूठा (होक्स) साबित हुआ है। अपर पुलिस आयुक्त सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने कहा, “जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। यह मेल केवल दहशत फैलाने के इरादे से भेजा गया लगता है।” साइबर सेल की टीम अब ई-मेल के सोर्स का पता लगाने में जुटी हुई है। पुलिस ने अभिभावकों से पैनिक न करने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
यह पहली बार नहीं है जब नोएडा या दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों को ऐसी धमकियां मिली हों। पहले भी कई मामलों में ऐसे मेल होक्स साबित हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये धमकियां अक्सर शरारत या ध्यान आकर्षित करने के लिए भेजी जाती हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हर बार गंभीरता से कार्रवाई करती हैं।
फिलहाल सभी प्रभावित स्कूलों में स्थिति सामान्य हो चुकी है और क्लासेस फिर से शुरू हो गई हैं। पुलिस ने शहर के व्यस्त इलाकों और मेट्रो स्टेशनों पर भी अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।

