रैली में हजारों की संख्या में उपस्थित समर्थकों के बीच पीएम मोदी ने अपनी चायवाले पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए कहा, “चाय वाले ने पक्का कर दिया है 1 जीबी डेटा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने इंटरनेट को सस्ता बनाकर आम आदमी की जिंदगी आसान कर दी है। “हमारी सरकार ने इंटरनेट सस्ता कर दिया है। भारत में 1 जीबी डेटा एक कप चाय से महंगा नहीं होगा।” यह बयान न केवल डिजिटल क्रांति का प्रतीक था, बल्कि विपक्ष पर अप्रत्यक्ष कटाक्ष भी। पीएम ने चाय का उदाहरण देकर अपनी सादगी को रेखांकित किया और कहा कि यह बदलाव बिहार जैसे राज्यों तक पहुंच चुका है।
विपक्ष पर तीखा प्रहार: ‘लालटेन और उसके साथी नहीं चाहिए’
पीएम मोदी ने रैली में आरजेडी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार को “जंगलराज” और “लालटेन” (आरजेडी का प्रतीक) वालों की जरूरत नहीं है। “बिहार को लालटेन और उसके साथी नहीं चाहिए।” उन्होंने कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया कि 2004-2014 के दौरान उन्होंने नीतीश कुमार की एनडीए सरकार को सहयोग देने से इनकार कर दिया था। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का मजाक उड़ाते हुए पीएम ने कहा कि विपक्ष अब “जन नायक” बनने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बिहार की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
इसके अलावा, पीएम ने कर्पूरी ठाकुर के नाम का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए विपक्ष को चेतावनी दी। उन्होंने ठाकुर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि एनडीए ही उनके सिद्धांतों का सच्चा वारिस है।
नीतीश कुमार को CM चेहरा: ‘एनडीए को मिलेगा अब तक का सबसे बड़ा बहुमत’
एनडीए के मजबूत संकल्प को रेखांकित करते हुए पीएम मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए का सीएम उम्मीदवार घोषित किया। उन्होंने कहा, “पूरा बिहार फिर एक बार एनडीए सरकार और सुशासन सरकार चाहता है। नई रफ्तार से बिहार चलेगा जब एनडीए सरकार आएगी।” पीएम ने भरोसा जताया कि एनडीए पिछले चुनावों के रिकॉर्ड तोड़ते हुए बिहार से अब तक का सबसे बड़ा जनादेश हासिल करेगा।
रैली का खास अंदाज: टॉर्च लाइट से रोशन हुआ माहौल
भरी दोपहर में आयोजित इस रैली को यादगार बनाने के लिए पीएम मोदी ने समर्थकों से मोबाइल का टॉर्च ऑन करने को कहा। उन्होंने कहा, “पूरा देश बिहार को सुन और देख रहा है।” इससे मैदान रोशनी से जगमगा उठा और एनडीए के पक्ष में नारों का दौर चला। रैली में एनडीए के प्रत्याशियों का भी प्रचार किया गया।
चुनावी पृष्ठभूमि
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रचार का आगाज होते ही एनडीए और महागठबंधन के बीच जंग तेज हो गई है। पीएम मोदी की यह यात्रा बेगूसराय में दूसरी रैली के साथ जारी रहेगी। एनडीए सुशासन और विकास का दावा कर रहा है, जबकि विपक्ष जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय के मुद्दे उठा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि पीएम का यह दौरा एनडीए को मजबूत धक्का देगा।
यह रैली न केवल चुनावी माहौल को गर्मा रही है, बल्कि डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं की सफलता को भी रेखांकित कर रही है। बिहार की जनता अब विकास और सुशासन के फैसले के मोड़ पर खड़ी है।

