Kyiv News: रूस ने रविवार रात को यूक्रेन की राजधानी कीव पर भारी मिसाइल और ड्रोन हमला किया, जिसमें ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया गया। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में कम से कम दो लोग मारे गए और छह से अधिक घायल हो गए। शहर के कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई, जबकि एक आवासीय भवन में मलबे के गिरने से आग लग गई।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने टेलीग्राम पर पोस्ट कर कहा, “शत्रु का हमला कीव पर जारी है।” उन्होंने शहरवासियों से आश्रय लेने की अपील की। राज्य आपातकालीन सेवा (DSNS) ने पुष्टि की कि हमले में ऊर्जा सुविधाओं और आवासीय भवनों को निशाना बनाया गया, जिससे व्यापक ब्लैकआउट हो गया।
मेट्रो सिस्टम भी प्रभावित हुआ और कई जगहों पर आग लगने की घटनाएं दर्ज की गईं।
यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, रूस ने किंझल, इस्कंदर और कलिब्र जैसी बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ-साथ गेरान-2 ड्रोन का इस्तेमाल किया। हमला कई चरणों में हुआ, जिसमें रणनीतिक विमानों से लॉन्च की गई मिसाइलें शामिल थीं।
प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कहा गया कि कीव हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट (CHPP-5 और CHPP-6) और अन्य थर्मल पावर स्टेशनों पर सीधे हमले हुए। शहर के बाहरी इलाके बिला त्सर्कवा में भी हमले दर्ज किए गए।
यह हमला स्विट्जरलैंड में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित रूस-यूक्रेन शांति योजना पर चल रही वार्ताओं के ठीक बाद हुआ है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने सोमवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर कहा, “हम शांति की दिशा में जितनी जल्दी संभव हो काम कर रहे हैं, लेकिन रूस का दबाव कम नहीं होगा। एयर रेड अलर्ट और हमले की धमकियों को गंभीरता से लें।” उन्होंने वायु सेना और सुरक्षा बलों को सभी आवश्यक आदेश जारी करने की बात कही।
यह हमला शनिवार को रूस के 160 से अधिक ड्रोन हमलों के एक दिन बाद आया, जिसमें खार्किव शहर में चार लोगों की मौत हो गई थी। यूक्रेनी वायु रक्षा ने 125 ड्रोन को नष्ट या दबाया था, लेकिन 37 ड्रोन 15 स्थानों पर गिरे। ऊर्जा मंत्री ने इसे “ऊर्जा ढांचे पर विशाल हमला” करार दिया, जो सर्दियों से पहले यूक्रेन की बिजली क्षमता को 50% से अधिक नुकसान पहुंचाने की रूसी रणनीति का हिस्सा लगता है।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि हमले यूक्रेनी ऊर्जा सुविधाओं और हथियार उत्पादन इकाइयों पर केंद्रित थे, लेकिन यूक्रेन ने इसे नागरिकों पर हमला बताया। अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के अनुसार, ऐसे हमले मानवीय संकट पैदा करने और अर्थव्यवस्था को चरमरााने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने पहले चेतावनी दी थी कि 2025 की शुरुआत में ही रूसी हमलों से नागरिक हताहतों में 50% की वृद्धि हुई है।
कीव में लोग भूमिगत पार्किंग और मेट्रो स्टेशनों में शरण ले रहे हैं। क्लिट्स्को ने कहा कि आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हैं और बिजली बहाली का काम चल रहा है, लेकिन सर्दी की शुरुआत में यह हमला लाखों लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। यह घटना रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन साल पूरे होने के बीच शांति प्रयासों पर सवाल खड़े कर रही है।

