ghaziabad news कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई । डीएम ने सभी अधिकारीयों को सख्त निर्देश दते हुए कहा जिले में सड़क दुर्घटना कही भी हो लेकिन दुर्घटणबा में घायल पीड़ित को तत्काल उपचार मिलना चाहिए। और स्कूली वाहन अगर नियम के विरुद्ध चलते पाए जाये तो तत्काल ऐसे वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की जाए। स्कूली बच्चों के वाहनों के साथ लापरवाही बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में मई माह 2024 की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। श्री सिंह ने रिपोर्ट में पाया कि मई माह में गत वर्ष के मई माह से ज्यादा दुर्घटना में, घायल व ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। डीएम ने चिंता व्यक्त करते हुए रोष प्रकट किया और सख्त निर्देश जारी किए कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने या कम करने हेतु हर संभव प्रयास किया जाए। साथ ही पिछली बैठक के कार्यवृत्त को भी देखा गया जिसमें सम्बंधित अधिकारियों ने कार्य पूर्ण करने हेतु 15 दिवस का समय लिया गया था। किन्तु एक माह उपरान्त भी उनके द्वारा कार्य पूर्ण नहीं हुए । इस पर अधिकारियों ने कहा कि कार्य पूर्ण होने वाला है और किसी ने कहा कि कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में दिए गये कार्यों और पूर्व में लंबित कार्यों को पूर्ण करने को 15 दिवस का समय लिया । जिस पर जिलाधिकारी ने उन्हें सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी 15 दिवस में यदि कार्य पूर्ण नहीं हुआ तो उन पर नियमानुसार विभागीय कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने स्कूल वाहनों के सम्बंध में कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिन वाहनों के फिटनेस नहीं है उन्हें त्वरित कार्यवाही करते हुए सीज किया जाए और सभी स्कूल वाहनों की बारीकी से जांच की जाए कि कहीं उनमें मानक के अनुसार कोई कमी तो नहीं है। किसी भी हालात में विद्यार्थियों को स्कूली वाहनों से संबंधित कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। सड़क दुर्घटना कहीं भी हो दुर्घटनाग्रस्त पीड़ितों को तुरन्त उपचार मिलना चाहिए। अधिकारी का दायित्व सिर्फ आदेश देना ही नहीं अपितु रिव्यू करना भी है।
बैठक में गम्भीर सिंह,एडीएम (प्रशासन), वीरेन्द्र कुमार, डीसीपी (ट्रेफिक), रामराजा, अधिशासी अभियन्ता, लोनिवि, राघवेन्द्र सिंह, एआरटीओ, देशराज सिंह, अधिशासी अभियन्ता, नगर निगम, उमेश कुमार, अधिशासी अभियन्ता, एनसीआरटीसी, अंकुल कुमार, अधीक्षण अभियन्ता, एनएचएआई, योगेन्द्र प्रताप सिंह जिला सूचना अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहें।