यूपी के इन जिलो में नदियों का पानी घुसा, फैक्ट्री करनी पड़ी बंद

तेज बारिश और पहाड़ों से लगातार आ रहे पानी ने कई राज्यो में जीवन अस्त-वयस्त कर दिया है। यूपी में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। सीएम योगी ने कई इलाको में हवाई दौरा भी किया। गाजियाबाद, नोएडा का डुब क्षेत्र और सहारनपुर में बाढ़ जैसे हालात हैं। गंगा, यमुना और हिंडन नदी का पानी 3 शहरों के 192 गांव और 28 कॉलोनियों में प्रवेश चुका है। गाजियाबाद में करीब 200 फैक्ट्री बंद करनी पड़ी हैं, जबकि नोएडा में अलग-अलग कालोनियों में फंसे करीब 4000 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। ये सभी अवैध फार्म हाउसों में काम करने वाले है। किसी न किसी प्रकार से फार्म हाउस की देखभाल के लिए रखे गए थे।

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वहीं बाढ़ राहत शिविर में लोगों का हाल जाना। अफसरों को निर्देश दिए। गाजियाबाद-बागपत जिले के बॉर्डर पर गांव अल्लीपुर के पास तीन दिन पहले टूटा यमुना नदी का तटबंध ठीक नहीं हो सका है। तटबंध जोड़ने के अब तक हुए सारे प्रयास बेकार रहे हैं। ऐसे में बाढ़ का पानी गाजियाबाद जिले के लोनी और ट्रोनिका सिटी क्षेत्र सहित करीब एक दर्जन गांवों तक पहुंच गया है। सात गांव पूरी तरह कैद हो गए हैं। बाढ़ का पानी भरने से इनका संपर्क पूरी तरह कट चुका है। चार से पांच फुट तक पानी भरने से इन गांवों के लोग छतों पर रह रहे हैं। खाने-पीने की चीजें खत्म हो चुकी हैं। लोगों में गुस्सा है कि उन्हें सरकारी राहत नहीं पहुंचाई जा रही। इस वक्त ट्रोनिका सिटी इंडस्ट्रियल एरिया सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 200 से ज्यादा छोटी-बड़ी फैक्ट्रियों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इन फैक्ट्रियों में अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी कर दी गई है। कर्मचारियों को घर भेज दिया गया है। ऐसे में फैक्ट्रियों से जुड़े कई हजार मजदूरों, दुकानदारों, ऑटो-रिक्शे वालों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है।

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