रिवाबा का यह बयान नवंबर 2025 में गुजरात के एक सामाजिक कार्यक्रम में दिया गया था, जो हाल ही में वायरल हो गया। वीडियो में रिवाबा कहती नजर आ रही हैं, “मेरे पति रवींद्र जडेजा को क्रिकेट खेलने के लिए लंदन, दुबई और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में जाना पड़ता है। वहां कोई रोक-टोक नहीं होती, खिलाड़ी अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकते हैं। लेकिन जडेजा हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और कभी किसी तरह की लत या वाइस में शामिल नहीं हुए। बाकी टीम के खिलाड़ी तो ऐसी चीजों में पड़ जाते हैं, लेकिन उन पर कोई पाबंदी नहीं है।”
यह बयान मीडिया स्पोर्ट्स की रिपोर्ट में भी प्रमुखता से उल्लेखित है, जहां इसे ‘शॉकिंग क्लेम’ करार दिया गया।
रिवाबा जडेजा, जो गुजरात सरकार में मंत्री भी हैं, ने अपने पति की अनुशासनप्रियता की सराहना करते हुए अन्य खिलाड़ियों पर अप्रत्यक्ष आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जडेजा की तरह ही खिलाड़ियों को भी परिवार और देश के प्रति जिम्मेदार रहना चाहिए।‘टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर गंभीर आरोप’ बताया गया। अमर उजाला ने इसे ‘जुबान फिसल गई’ का मामला करार दिया, जबकि न्यूज18 हिंदी ने हेडलाइन दी- “कभी छुए पैर… अब भरे मंच पर रिवाबा ने कहा- मेरे पति गलत चीज को हाथ नहीं लगाते।”
सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं
यह बयान X (पूर्व ट्विटर) पर भी ट्रेंड कर रहा है। आज तक के आधिकारिक हैंडल ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “भारतीय क्रिकेट जगत में रिवाबा जडेजा के एक बयान ने हलचल मचा दी है,” जिस पर 1,000 से ज्यादा लाइक्स और 50 से अधिक रीपोस्ट हो चुके हैं। हालांकि, कई यूजर्स ने रिवाबा की आलोचना की है। यूजर @satyajit_i ने लिखा, “रिवाबा जडेजा का भारतीय क्रिकेटरों पर ‘वाइस’ में लिप्त होने का बयान बिना नाम या सबूत के गैर-जिम्मेदाराना है। इससे राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों की छवि खराब होती है।”
दूसरी ओर, कुछ यूजर्स ने जडेजा की तारीफ की। @Boom__93 ने पोस्ट किया, “रिवाबा जडेजा का दावा: ‘जडेजा ने कभी कोई लत नहीं छुई, लेकिन बाकी टीम वाइस में लिप्त है।’” हिंदी पोस्ट्स में भी यही चर्चा है, जैसे @meena_mohit0 और @oppok1391149 ने मूल बयान को दोहराते हुए हैशटैग #RivabaJadeja #IndianCricket जोड़े।
क्रिकेट जगत में क्या है असर?
यह पहली बार नहीं है जब रिवाबा के बयानों से विवाद हुआ हो। पहले भी उनके राजनीतिक और सामाजिक टिप्पणियों पर चर्चा हुई है। फ्री प्रेस जर्नल के अनुसार, यह बयान “टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर विवादास्पद टिप्पणी” के रूप में देखा जा रहा है, जो अनुशासन और जिम्मेदारी पर सवाल उठा रहा है। क्रिकट्रैकर हिंदी ने लिखा कि रिवाबा ने “टीम इंडिया की पोल खोल दी” है।
बीसीसीआई या टीम मैनेजमेंट की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे बयान खिलाड़ियों की निजता पर सवाल उठाते हैं और अनावश्यक विवाद पैदा करते हैं। जडेजा, जो हाल ही में वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे, अपनी फील्डिंग और ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए मशहूर हैं, लेकिन यह विवाद उनकी छवि को नई चर्चा में ला खड़ा कर दिया है।
क्या यह बयान महज तारीफ का अतिरेक था या गंभीर आरोप? क्रिकेट प्रेमी अब इंतजार कर रहे हैं कि आगे क्या होता है। फिलहाल, सोशल मीडिया पर बहस जोरों पर है।

