लेकिन यह वायरल होना उनके लिए दोधारी तलवार साबित हुआ है। हाल ही में एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में गिरीजा ने खुलकर बात की कि ‘नेशनल क्रश’ का टैग मिलने के बाद उनकी ज़िंदगी में क्या बदला और क्या नहीं।
उन्होंने कहा,
“मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा। मज़ा तो आ रहा है, लेकिन कुछ मैसेज बहुत गंदे आते हैं। कोई लिखता है ‘विल यू बी माय बेब्स?’, कोई पूछता है ‘एक घंटे के लिए कितने पैसे लोगे?’। मेरे इंस्टाग्राम प्रोफ़ाइल पर साफ़-साफ़ लिखा है कि मैं शादीशुदा हूँ, एक 12 साल का बेटा है, 20 साल से थिएटर कर रही हूँ, फिर भी कुछ लोग सिर्फ़ सेक्सुअलाइज़ करते हैं।
दर्शकों में एक अजीब सा बंटवारा दिखता है, कोई बहुत सम्मान देता है तो कोई बस ऑब्जेक्ट की तरह देखता है।”
गिरीजा ने बताया कि घरवाले भी इस सबको मज़े में ले रहे हैं क्योंकि पूरा परिवार फ़िल्म-थिएटर बैकग्राउंड से है। लेकिन जब उनका बेटा स्कूल ट्रिप से लौटा तो दूसरे पैरेंट्स ने उसे घेर लिया और पूछने लगे। बेटा हैरान था। गिरीजा ने हँसते हुए उसे समझाया कि ये वायरैलिटी का खेल है। बेटे ने पूछा, “मम्मा, अब तुम बदल जाओगी न?” गिरीजा ने मज़ाक में कहा, “हाँ, अब मैं गिरीजा 2.0 हूँ, अच्छे से बात करना!” फिर सीरियस होकर बोलीं, “नहीं बेटा, मैं वही रहूँगी।”
सबसे मज़ेदार जवाब उन्होंने उन लोगों को दिया जो पूछते हैं कि ‘नेशनल क्रश’ बनने के बाद ज़िंदगी में क्या बदला?
गिरीजा हँसते हुए कहती हैं, “कुछ नहीं बदला भाई! रिक्शा मुझे आज भी नहीं मिल रही। ना कोई एक्स्ट्रा काम का ऑफ़र आया, ना कुछ और।”
इसके अलावा वे पहले भी बता चुकी हैं कि उनके AI से बने फ़र्ज़ी अश्लील फ़ोटो सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं, जिससे उन्हें बहुत तकलीफ़ है। उन्होंने कहा था, “मेरा 12 साल का बेटा ये सब देखेगा, ये सोचकर बहुत डर लगता है।”
गिरीजा ओक पिछले 20 सालों से मराठी थिएटर और सिनेमा में सक्रिय हैं। हिंदी में वे ‘शोर इन द सिटी’, ‘क़ला’, ‘द वैक्सीन वॉर’ और ‘जवान’ जैसी फ़िल्मों में नज़र आ चुकी हैं।
वायरल होने का मज़ा भी है और नुक़सान भी, लेकिन गिरीजा इसे हल्के-फुल्के अंदाज़ में ले रही हैं और उम्मीद करती हैं कि इस ध्यान का कुछ सकारात्मक असर उनके करियर पर भी पड़े।

