रवि काना के रास्ते में जो भी आता था उसकी कर देते थे हत्या, रिमांड में कई चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
1 min read

रवि काना के रास्ते में जो भी आता था उसकी कर देते थे हत्या, रिमांड में कई चौंकाने वाले तथ्य आए सामने

गैंगस्टर एवं सरिया माफिया रवि काना ने पुलिस रिमांड के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हालांकि सोमवार को रवि काना की रिमांड खत्म हो गई। इन पांच दिनों में रवि काना ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जिससे पुलिस अफसर भी हैरान और परेशान हो गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार रिमांड के दौरान उसने खुलासा किया है कि जो भी उसके गिरोह के काम में दखल देता था या रोड़ा बनता था, उसकी हत्या कर दी जाती थी। कई ट्रक ड्राइवर व क्लीनर की हत्या कर उनके शव ठिकाने लगाए गए। ये वे सभी है जो रवि काना को रास्ते से सरिया चोरी करने से रोकते थे। इतना ही नहीं रवि की भाभी बेबन नगर राजनीति में रसूख रखती थी। जिसका वो पूरा फायदा उठाता था। अब पुलिस ये पता लगा रही है कि रवि काना व उसके गिरोह ने किन किन लोगों की हत्या की है। उसके काले कारोबार को संरक्षण देने वालों पर भी सवाल पूछे गए। जिसमें उसने बताया कि शुरुआती दौर में उसके कारोबार मैं किसी का संरक्षण नहीं था, लेकिन जैसे जैसे कारोबार बढ़ने लगा तो उसने अपनी भाभी के राजनीति रसूख का फायदा उठाया।

यह भी पढ़े : Noida Police: सब कुछ कमिश्नर को करना है तो इतने आईपीएस का क्या फायदा??

 

इतना ही नहीं अपने बचाव के लिए उसने मीडियाकर्मियों का भी इस्तेमाल किया। अपने खास रिश्तेदार आजाद के माध्यम से वो सब को पैसा पहुंचाता रहा। कुछ बड़े मीडियाकर्मियों से उसके गहरे संबंध भी हैं। जिन्हें वो सीधे पैसा देता था ताकि विरोधियो को खबरें चलवाकर काबू किया जा सके। 2015 में एक न्यूज़ पोर्टल ने कुछ मीडियाकर्मियों के कहने पर उसने पैसा भी लगाया था। इतना ही नहीं पुलिस अफसरों से लेकर थानाप्रभारियों तक से उसे संरक्षण प्राप्त था। इसी सब के चलते वो अपने काले कारोबार को बढ़ाता चला गया। जिले के कई मल्टीनेशनल और स्थानीय कंपनियों से मैनेजर व अन्य अधिकारियों को धमकाकर ठेके भी लेता था। ये मोदी नगर के दीपक गुप्ता, गौरव गुप्ता के अलावा गुरुग्राम के राय सिंह को बेच देता था।

ऐसे आया पुलिस के जाल में
दरअसल रवि काना पर पुलिस मेहरबान थी और उसके खिलाफ़ कार्रवाई करने से कतराती, लेकिन कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने जैसे ही कमान संभाली। तो उनको रवि काना की करतूतों के बारे में बता दिया गया लेकिन उनके पास कोई आधार नहीं था कि उस पर शिकंजा कसा जा सके। थाना सेक्टर 39 में दिसंबर को एक युवती की तहरीर पर गैंग रेप का मामला दर्ज किया गया। 31 दिसंबर को रवि काना पत्नी मधु नागर और कथित गर्लफ्रेंड काजल झा के साथ थाईलैंड भाग गया। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।

यहां से शेयर करें