गौतमबुध नगर में स्क्रैप माफियाओं के बीच लगातार खींचतान की खबरें सामने आती रही लेकिन स्क्रैप का बेताज बादशाह बना रवि काना की कहानी बहुत रोचक है। रवि अब कानून के चंगुल में फसता जा रहा है। 26 वर्ष की युवती के साथ गैंगरेप में उसके साथी गिरफ्तार हुए जेल चले गए। अब रवि काना की भी बारी आ गई है। अब तक पुलिस सुरक्षा लेकर स्क्रैप ठेकेदारों में रोब जमाने वाले रवि काना पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। उसकी पुलिस सुरक्षा हटा ली गई है। रवि काना की भाभी बेवन नागर के पहले समाजवादी पार्टी में अच्छे संबंध थे और सपा के टिकट से चुनाव भी जेवर विधानसभा से लड़ी।
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शिवपाल यादव से बेवन नागर के पति हरेन्द्र नागर की नजदीकी थी। लेकिन सरकार जाते ही बेवन नागर खुद को भाजपा नेत्री कहलवाना पसंद करने लगी। देखते ही देखते भाजपा के कुछ नेताओं की शरण में जाकर बेवन नागर ने अपने देवर रवि काना पर हाथ रखा और स्क्रैप का पूरे जिले में एकछत्र राज हो गया। बताया जा रहा है कि दूसरे ठेकेदारों को डराना और धमकाना रवि काना की आदत में शुमार हो गया। बताया जा रहा है कि पुलिस के एक आला अधिकारी ने रवि काना पर हाथ रख दिया। जिस कारण पुलिस भी सही और गलत को दरकिनार करते हुए रवि काना का ही साथ देती थी। अब रवि काना को गिरफ्तार करने के लिए पिछले 24 घंटे में कई स्थानों पर दबिश दी गई है।
भाई की हत्या के बाद मिली थी सुरक्षा
दादूपुर गांव के पूर्व प्रधान हरेंद्र नागर की हत्या के बाद उसके छोटे भाई रवि काना को सुरक्षा मिली थी केवल रवि को ही नहीं बल्कि उसकी भाभी बेवन नगर को भी सुरक्षा दी गई। क्योंकि माना जा रहा था दोनों की जान को खतरा है। रवि काना के खिलाफ नोएडा ग्रेटर नोएडा के कई थानों में मुकदमे दर्ज है।