टॉक शो में क्या कहा रश्मिका ने?
रश्मिका हाल ही में तेलुगु एक्टर जगपति बाबू के पॉपुलर टॉक शो जयम्मु निश्चयम्मु रा में नजर आईं। शो के दौरान होस्ट जगपति बाबू ने उनसे सवाल किया कि क्या उन्हें लगता है कि पुरुषों को भी पीरियड्स का अनुभव करना चाहिए? इस पर रश्मिका ने बिना हिचकिचाहट जवाब दिया, “हां, मैं चाहती हूं कि पुरुषों को कम से कम एक बार पीरियड्स हो। ताकि वे उस दर्द और तकलीफ को समझ सकें।”
उन्होंने आगे अपने निजी अनुभव साझा करते हुए कहा, “मुझे पीरियड्स में इतना भयानक दर्द होता है कि एक बार तो मैं बेहोश भी हो गई थी। मैंने कई टेस्ट करवाए और डॉक्टरों से सलाह ली, लेकिन किसी को समझ नहीं आया कि ऐसा क्यों होता है। हर महीने मैं सोचती हूं, हे भगवान, आप मुझे इतना क्यों सता रहे हैं? कोई भी इसे तभी समझ सकता है जब वह खुद इसका अनुभव करे।” रश्मिका ने हार्मोनल डिस्बैलेंस की वजह से होने वाली भावनात्मक उथल-पुथल पर भी जोर दिया, कहते हुए कि पुरुष कितना भी समझाने की कोशिश करें, वे इस फीलिंग को महसूस नहीं कर पाते।
सोशल मीडिया पर धज्जियां उड़ीं, बंटी राय
रश्मिका का यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #RashmikaMandanna ट्रेंड करने लगा। एक यूजर ने लिखा, “पुरुषों को पीरियड्स पेन हों, इस पर रश्मिका ने बयान दिया है। पुरुष भी साइलेंट स्ट्रगल्स से गुजरते हैं, क्या महिलाओं को वो समझना चाहिए?” वहीं, एक फैन ने सपोर्ट करते हुए कहा, “रश्मिका का मतलब एम्पैथी था, न कि तुलना। महिलाओं का दर्द समझना जरूरी है।”
कई पोस्ट्स में यूजर्स ने इसे ‘असंवेदनशील’ बताया, जबकि कुछ ने इसे जागरूकता फैलाने वाला कदम माना। एक पोस्ट में लिखा गया, “रश्मिका का बयान पुरुषों के दर्द को कमतर नहीं दिखाता, बल्कि एम्पैथी की बात करता है। दर्द कॉम्पिटिशन नहीं है।” कुल मिलाकर, बहस जेंडर इक्वालिटी और एम्पैथी पर केंद्रित हो गई।
एक्ट्रेस ने दी सफाई: ‘इंटरव्यू से डर लगता है’
विवाद बढ़ने पर रश्मिका ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “इसी वजह से मुझे शो या इंटरव्यू में जाने से डर लगता है। मैंने जो कहा था, उसका मतलब कुछ और निकाला जा रहा है। लोग सिर्फ एक लाइन पकड़ लेते हैं और पूरी बात को अनदेखा कर देते हैं। यह कभी तुलना या पुरुषों की जिम्मेदारियों को कम करने की बात नहीं थी… लेकिन हल्के अहंकार ने इसे मोड़ दिया।” रश्मिका ने जोर देकर कहा कि उनका इरादा केवल दर्द को समझने की अपील था, न कि किसी को नीचा दिखाने का।
पर्सनल लाइफ में भी चर्चा
यह विवाद रश्मिका की पर्सनल लाइफ के बीच आया है। हाल ही में उनके बॉयफ्रेंड विजय देवरकोंडा के साथ सगाई की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं। एक इवेंट में विजय के उनके हाथ चूमने का वीडियो वायरल हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, दोनों फरवरी 2026 में उदयपुर में शादी कर सकते हैं। रश्मिका ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि वे अपने पार्टनर के लिए ‘गोली खाने’ को तैयार हैं, जो उनकी रिलेशनशिप की गहराई और उनकी ईमानदारी को और रिश्ते को बखूबी निभाने के लिए वो सजग है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
विवाद के बीच कुछ विशेषज्ञों ने रश्मिका के बयान को सकारात्मक बताया। महिलाओं के स्वास्थ्य पर काम करने वाली एक एनजीओ की डायरेक्टर ने कहा, “यह एम्पैथी बढ़ाने का प्रयास है। पुरुषों को पीरियड्स के दर्द को समझना चाहिए, ताकि समाज में बेहतर सपोर्ट सिस्टम बने।” हालांकि, कुछ पुरुष अधिकार संगठनों ने इसे ‘जेंडर बायस’ करार दिया।
रश्मिका की आने वाली फिल्म द गर्लफ्रेंड का टीजर रिलीज हो चुका है, जो उनके एक्टिंग टैलेंट की तारीफ बटोर रहा है। लेकिन फिलहाल, यह विवाद उनकी छवि को नई दिशा दे रहा है। क्या यह बहस जेंडर संवाद को मजबूत करेगी, या सिर्फ ट्रोलिंग का शिकार बनेगी? समय बताएगा।

