Ramesh Bidhuri Controversy: राहुल गांधी भलें ही नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने की बात करते हो। कोई और भी खोलना चाहे तो कैसे खोलें। भाजपा उसको खोलने ही नही देगी। किसी सांसद की साथ ऐसी भाषा का इस्तेमाल और फिर उसे फंसानें के लिए सबूत खोदना यही दिखाता है। पिछले दिनों लोकसभा में भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी और दानिश अली के बीच चल रहा विवाद अभी शांत नहीं हुआ है। लोकसभा में भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की अपमानजनक टिप्पणी पर विवाद के बीच बसपा सांसद दानिश अली ने आज यानी सोमवार को सत्तारूढ़ दल के नेता के खिलाफ कार्रवाई में देरी को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने भाजपा पर साफ आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि टिप्पणियों को भाजपा के टॉप लीडर्स से मंजूरी दी गई है। दानिश अली ने यह भी दावा किया कि जिस दिन ये घटना घटी, उसी दिन से उनके खिलाफ सबूत खोद खोदकर निकालने की कोशिश की जा रही है।
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ये है पूरा मामला
मालूम हो कि गत गुरुवार को लोकसभा में चंद्रयान-3 चंद्र मिशन की सफलता पर चर्चा के दौरान अली को निशाना बनाते हुए बिधूड़ी की अपमानजनक टिप्पणी पर हंगामा मचा दिया। विपक्षी नेताओं ने भाजपा सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बहुजन समाज पार्टी से सांसद ने कहा कि कार्रवाई करने में देरी हो रही है। मेरे खिलाफ सबूत खोदे जा रहे हैं। जब से टिप्पणी विवाद छिड़ा है। उन्होंने आगे कहा कि दानिश अली ने जिस पाठशाला में पढ़ाई की है, उसमें नफरत नहीं सिखाई गई। ये बीजेपी का व्यवहार है, आपकी संस्कृति है। पीएम ने नए संसद भवन में पहले दिन कहा था कि लोग आपके व्यवहार से आपको पहचानेंगे और फैसला करेंगे। पीएम का व्यवहार लगातार सफट होता जा रहा है।