संसद में बोले राजनाथ सिंह, भारतीय सेना ने दिखाई बहादुरी
संसद में आज भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प के मुद्दे पर विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। कांग्रेस प्रधानमंत्री मोदी से जवाब की मांग कर रही है उधर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। वहीं कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने इसी मुद्दे पर शॉर्ट नोटिस दिया है। भारत-चीन सेना के बीच हुई झड़प के मुद्दे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि 9 दिसंबर 2022 को पीएलए गुट (चीनी सेना) ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में, एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया। चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया। इस झड़प में दोनों तरफ से हाथापाई भी हुई। भारतीय सेना ने बहादुरी दिखाते हुए चीन के सैनिकों को अतिक्रमण करने से रोका और वापस लौटने पर मजबूर किया। कुछ ही देर में हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ दिया। इस दौरान हमारे किसी भी सैनिक की न तो मृत्यु हुई है, न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। अधिकारियों के दखल के बाद पीएलए सैनिक वापस लौट गए। 11 दिसंबर को भारत के स्थानीय सैन्य अधिकारी ने पीएलए के अधिकारी के साथ बैठक की और इस घटना पर चर्चा की। उन्हें सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया है। मैं इस सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं भारत की अखंडता के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके खिलाफ कोई भी प्रयास को रोकने के लिए तत्पर हैं। मुझे विश्वास है कि यह सदन भारत की सेना को समर्थन देगा और उसकी क्षमता और पराक्रम का अभिनंदन करेगा। इससे पहले भी भारत और चीन के मसले पर संसद में हंगामा हो चुका है।