Rajasthan News: भारत ने चीन पर दुर्लभ मृदा खनिजों (रेयर अर्थ एलिमेंट्स) की निर्भरता को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। सरकार ने राजस्थान में उन भूखंडों की नीलामी शुरू की है, जहां नियोडिमियम और डिस्प्रोसियम जैसे मूल्यवान दुर्लभ मृदा खनिजों के भंडार मिलने की संभावना है।
ये खनिज आधुनिक तकनीकों, जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, पवन टरबाइन, और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वर्तमान में, वैश्विक स्तर पर इन खनिजों की आपूर्ति पर चीन का दबदबा है, जिसके कारण कई देश वैकल्पिक स्रोतों की तलाश में जुटे हुए हैं।
राजस्थान के इन भूखंडों में खनिज भंडारों की खोज और नीलामी से भारत न केवल अपनी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगा, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी अपनी स्थिति को मजबूत करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत के स्वच्छ ऊर्जा और तकनीकी क्षेत्रों को गति प्रदान करेगा।
सरकार ने नीलामी प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, ताकि अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। इस पहल से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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