Rajasthan Election:बीजेपी ने जय जवान, जय किसान के नारे के विपरीत काम किया, हर वर्ग को अपमानित किया: दीपेन्द्र हुड्डा

Rajasthan Election: सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ विधान सभा मालपुरा (टोंक) से कांग्रेस प्रत्याशी घासी लाल चौधरी समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित कर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस जनसैलाब ने घासी लाल की जीत सुनिश्चित कर दी है, ये जनसभा नहीं बल्कि जीत का जश्न है। राजस्थान इस बार इतिहास रचने जा रहा है और प्रदेश में दोबारा कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि देश में किसानों और जवानों को हमेशा आदर की दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन बीजेपी सरकार ने सत्ता के अभिमान में किसान को भी अपमानित किया और जवान को भी अपमानित किया है। दीपेन्द्र हुड्डा पिछले कई दिनों से राजस्थान में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में लगातार चुनावी दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता ने कांग्रेस को दोबारा सत्ता में लाने का मन बना लिया है, क्योंकि वो जानती है कि अगर बीजेपी सत्ता में आ गई तो सीलेंडर दोबारा 1100 का कर देगी और ओल्ड पेंशन को भी बंद कर देगी। साथ ही कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही सभी गरीब कल्याण की योजनाओं पर ग्रहण लग जाएगा।

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उन्होंने आगे कहा कि किसान आंदोलन के समय एक साल तक दिल्ली बॉर्डर पर देश का किसान बैठा रहा। 750 किसानों ने अपनी जान कुर्बान कर दी। उन्होंने सवाल किया कि किसानों का क्या कसूर था जो एक साल तक दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहे। क्या कसूर था उन 750 किसान परिवारों का जिनके घर के चिराग बुझ गए। सत्ता में बैठे लोगों ने किसानों को देशद्रोही तक कहा। जबकि, किसान देश भक्त वर्ग है जिसका एक बेटा ट्रैक्टर की स्टेयरिंग पकड़कर खेतों में काम करता है तो दूसरा बेटा स्टेनगन पकड़कर देश की सीमाओं की रक्षा करता है। वहीं दूसरी ओर, पदक विजेता खिलाड़ियों के साथ फोटो खिंचवाने वाली बीजेपी सरकार ने दिल्ली की सड़कों पर न्याय मांग रही महिला खिलाड़ियों को न्याय भी नहीं दिया। न्याय मांग रही पदक विजेता खिलाड़ी बेटियों को बर्बरता से सड़कों पर घसीटा गया और अपमानित किया गया।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी सरकार ने देश को बेरोजगारी के गर्त में धकेल दिया। पक्के सरकारी पद समाप्त किये जा रहे हैं। पक्की सरकारी नौकरियों को अग्निवीर जैसी योजना लाकर कच्ची नौकरी में बदल दिया। वन रैंक, वन पेंशन का नारा देकर सत्ता में आने वाली बीजेपी ने अग्निवीर योजना लाकर नो रैंक नो पेंशन कर दी इतना ही नहीं अग्निवीर योजना के तहत भर्ती सैनिक की शहादत होने पर उन्हें न तो शहीद का दर्जा मिलता है, न पेंशन, न ग्रेच्युटी और उनके आश्रितों को मेडिकल फेसिलिटीज़ व अन्य सुविधाएं भी नहीं मिल रही। अग्निवीर को पूर्व सैनिक का दर्जा और पूर्व सैनिक को मिलने वाली सुविधाएं भी नहीं मिलती। इस योजना को लेकर नौजवानों में भारी निराशा है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में अग्निवीर सैनिक ट्रेनिंग बीच में ही छोड़ रहे हैं। हरियाणा और राजस्थान जैसे प्रदेशों के नौजवानों का सपना देश की फौज में भर्ती होकर देश सेवा करने का होता है। लेकिन बीजेपी ने हर नौजवान के सपने को चूर कर दिया।

 

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