rain news:दिल्ली, नोएडा समेत एनसीआर में रात भर भारी बारिश हुई। आज सुबह जब लोग राखी का त्यौहार मनाने के लिए इधर उधर जाना चाहते थे तो देखा कि सड़के तालाब बन चुकी है। मौसम विभाग ने दिन में और भी बारिश होने की संभावना जताई है।
नोएडा के कई सेक्टरों की सड़के जलमग्न
रात से रुक रुककर हो रही बारिश इसके चलते नोएडा के कई सेक्टरों में सड़कें जलमग्न हो गई है। नोएडा का सेक्टर 27 जहाँ नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी रहते हैं। वही सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है। यहाँ से निकलना भी दूभर हो रहा है। प्राधिकरण का सेक्टर छह में दफ्तर है यदि आज छुट्टी नहीं हुई होती तो दफ्तर के अंदर जाना एक चुनौती था। यहाँ वे घुटनों तक पानी भर चुका है, इस तरह की परिस्थिति को देखते हुए प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी या तो पेंट चढ़ाकर जाते हैं नहीं तो रिक्शों का इस्तेमाल करते हैं। जल निकासी के दावे आधं अधूरे दिखाई दे रहे है।

दिल्ली में भी बारिश से बुहार हाल
आज सुबह भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर, पश्चिम, दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और मध्य दिल्ली के कुछ हिस्सों में बिजली और गरज के साथ मूसलाधार बारिश का रेड अलर्ट जारी किया, मगर बाद में इसे घटाकर यलो अलर्ट कर दिया। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इसी बीच पंचकुइयां मार्ग, मथुरा रोड, शास्त्री भवन, आरके पुरम, मोती बाग, किदवई नगर और कई अन्य इलाकों में बारिश से भारी जलभराव हो गया।
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में बारिश के कारण एम्स के पास यातायात ठप हो गया है। दिल्ली में भारी बारिश के बाद बारापुला पुल के पास वाहनों की धीमी गति और जाम देखा गया। मूसलाधार बारिश के बाद दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव हो गया है।
मौसम विभाग ने साझा किये आकड़े
मौसम विभाग की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार सुबह 8.30 बजे तक दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग ने 78.7 मिमी, प्रगति मैदान में 100 मिमी, लोधी रोड में 80 मिमी, पूसा में 69 मिमी और पालम में 31.8 मिमी बारिश दर्ज की। देर रात 11 बजे से शुरू हुई बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई।
मौसम विशेषज्ञों का बयान
इस बाबत मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 11-12 अगस्त 2025 को उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जो अगले 24 घंटों में मजबूत होकर देश के अंदरूनी हिस्सों में बढ़ेगा। इससे मानसून ट्रफ दक्षिण की ओर खिसकेगी, जिससे ब्रेक मानसून की स्थिति खत्म होगी और दिल्ली-एनसीआर में बारिश होगी।

