Rahul Gandhi News: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को इंदिरा भवन ऑडिटोरियम में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने चुनावी धांधली और ‘वोट चोरी’ के आरोपों को और मजबूत करते हुए कई बड़े दावे किए। राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं, जिनके आधार पर साबित होता है कि टारगेट करके लाखों वोटर्स के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर जमकर निशाना साधा और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10 बजे शुरू होने वाली थी, जिसकी जानकारी कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर दी थी। हालांकि, विषय का स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया था, लेकिन पार्टी के आधिकारिक हैंडल से साझा किए गए पोस्ट ने संकेत दिया था कि फोकस ‘वोट चोरी’ पर ही रहेगा। पोस्ट में लिखा था, “कुर्सी की पेटी बांध लीजिए…” और इसके साथ पिछले महीने की प्रेस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो क्लिप भी था, जिसकी पृष्ठभूमि में सिद्धू मूसेवाला का गाना बज रहा था।
‘हाइड्रोजन बम’ का जिक्र, युवाओं को धांधली दिखाने का दावा
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कहा, “सबसे पहले, यह हाइड्रोजन बम नहीं है, हाइड्रोजन बम आने वाला है। यह इस देश के युवाओं को यह दिखाने और स्थापित करने में एक और मील का पत्थर है कि चुनावों में किस तरह धांधली की जा रही है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि वोट चोरी हमारे लोकतंत्र पर परमाणु बम की तरह है, जो पूरे सिस्टम को तबाह कर सकती है।
यह बयान उनकी 1 सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन कार्यक्रम के दौरान दिए गए बयान का ही विस्तार लग रहा था, जहां उन्होंने कहा था कि कांग्रेस जल्द ही ‘वोट चोरी’ पर हाइड्रोजन बम फोड़ेगी, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का सामना नहीं कर पाएंगे।
लाखों वोटर्स के नाम हटाने का आरोप, सबूतों का दावा
राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनावों के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि कर्नाटक के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में हेरफेर के जरिए एक लाख से अधिक वोट चुराए गए थे। उन्होंने कहा, “मैं जो भी कह रहा हूं, मेरे पास पुख्ता सबूत है। टारगेट करके लाखों वोटर्स के नाम लिस्ट से हटाए गए।” उनका कहना था कि यह प्रक्रिया सुनियोजित तरीके से की गई, जिसका उद्देश्य विपक्षी दलों को कमजोर करना है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर सीधा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं और ज्ञानेश कुमार की भूमिका इस धांधली में संदिग्ध है। “यह धांधली युवाओं के भविष्य को चुरा रही है,” उन्होंने चेतावनी दी।
कांग्रेस की रणनीति और आगे की योजना
कांग्रेस ने इस मुद्दे को अपनी प्रमुख चुनावी रणनीति का हिस्सा बना लिया है। पार्टी का कहना है कि ये खुलासे लोकतंत्र को बचाने के लिए जरूरी हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने युवाओं से अपील की कि वे इस धांधली के खिलाफ आवाज उठाएं। पार्टी ने संकेत दिया है कि ‘हाइड्रोजन बम’ यानी और बड़े सबूत जल्द ही पेश किए जाएंगे, जो पूरे देश में चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर देंगे।
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस विपक्ष की ओर से सरकार पर सबसे आक्रामक हमला माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इससे चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ेगा। राहुल गांधी की यह पहल कांग्रेस को युवा वोट बैंक मजबूत करने में मदद कर सकती है।

