Rafale aircraft : अंबाला। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार को इतिहास रचते हुए भारतीय वायुसेना के राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरते हुए उन्होंने न केवल वायुसेना की शौर्य परंपरा का सम्मान किया बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी संदेश दिया।
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राष्ट्रपति मुर्मु जिस राफेल विमान से उड़ीं, उसे एक महिला पायलट ने संचालित किया। उड़ान लगभग 20 मिनट तक चली और इस दौरान राष्ट्रपति ने वायुसेना की कार्यशैली और अत्याधुनिक तकनीक का अनुभव किया।
उड़ान से पहले राष्ट्रपति का अंबाला एयरबेस पर गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी (या वर्तमान अमरप्रीत सिंह), हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गृहमंत्री अनिल विज, वरिष्ठ रक्षा अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े वायुवीरों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने हमेशा देश की सीमाओं की रक्षा में अदम्य साहस दिखाया है और राफेल जैसे आधुनिक विमानों से भारत की सामरिक शक्ति और मजबूत हुई है।
इससे पहले वर्ष 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने पुणे के लोहगांव एयरफोर्स बेस से सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरकर यह गौरव हासिल किया था। अब राष्ट्रपति मुर्मु ने उस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए नया इतिहास रचा है।
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