मॉस्को में पुतिन-ओर्बन बैठक: शांति वार्ता के लिए बुडापेस्ट संभावित जगह

Putin-Orban Meeting News in Moscow: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ यूक्रेन युद्ध समाप्त करने वाली शांति योजना पर बातचीत के लिए हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट को फिर से एक संभावित स्थान के रूप में स्वीकार किया है। यह बयान पुतिन ने हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन के साथ क्रीमलिन में हुई बैठक के दौरान दिया। दोनों नेताओं के बीच यह 14वीं द्विपक्षीय चर्चा थी, जिसमें ऊर्जा सुरक्षा, यूक्रेन संकट और रूस-हंगरी संबंध प्रमुख मुद्दे रहे।

पुतिन ने स्पष्ट कहा कि बुडापेस्ट में रूस-अमेरिका शिखर सम्मेलन का विचार स्वयं ट्रंप का था, और रूस इस प्रस्ताव को तत्काल स्वीकार करने को तैयार है। उन्होंने कहा, “यह डोनाल्ड का सुझाव था। यदि वार्ता इसी प्रारूप में आगे बढ़ती है, तो हम बुडापेस्ट का उपयोग करने के लिए तैयार हैं।” ओर्बन ने भी इस विचार का समर्थन किया और कहा कि हंगरी एक तटस्थ मंच के रूप में शांति वार्ता की मेजबानी करने को तैयार है, भले ही पहले बुडापेस्ट सम्मेलन रद्द हो चुका हो।

बुधवार को किर्गिस्तान यात्रा के दौरान पुतिन ने ट्रंप की प्रस्तावित शांति योजना को “चर्चा का आधार” बताया था। उन्होंने यूक्रेनी सेना को पीछे हटने की चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिकी योजना कुछ मुद्दों पर गंभीर बातचीत का प्रारंभिक बिंदु हो सकती है, लेकिन हर शब्द पर विस्तृत चर्चा जरूरी है। ट्रंप प्रशासन की योजना में रूसी मांगों को प्राथमिकता दी गई ऐसा लगता है, हालांकि जिनेवा में अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच संशोधित संस्करण पर सहमति बनी थी।

ओर्बन ने बैठक में रूस से ऊर्जा आपूर्ति की सराहना की और कहा कि हंगरी की ऊर्जा सुरक्षा रूसी गैस पर निर्भर बनी रहेगी। उन्होंने जोर दिया कि बाहरी दबाव के बावजूद हंगरी रूस के साथ सहयोग जारी रखेगा। पुतिन ने ओर्बन की “शांति की दिशा में प्रयासों” की प्रशंसा की और कहा कि रूस-हंगरी संबंध ऐतिहासिक उच्च स्तर पर हैं।

यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब यूक्रेन युद्ध के तीन साल बाद शांति की उम्मीदें बढ़ रही हैं। ट्रंप ने चुनावी वादे के तहत युद्ध को 24 घंटों में समाप्त करने का दावा किया था, लेकिन अक्टूबर में अलास्का शिखर सम्मेलन और नवंबर में बुडापेस्ट बैठक के रद्द होने से प्रक्रिया में बाधा आई। विशेषज्ञों का मानना है कि पुतिन पश्चिमी देशों की थकान का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। यूरोपीय संघ के नेता इस प्रक्रिया से अलग-थलग महसूस कर रहे हैं और अधिक शामिल होने की मांग कर रहे हैं।

कीव से प्रतिक्रिया में कहा गया कि ओर्बन ने बुडापेस्ट में शांति वार्ता की पेशकश दोहराई है, लेकिन ट्रंप-पुतिन शिखर के रद्द होने से निराशा है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर आंतरिक भ्रष्टाचार कांडों और रूसी सेना की प्रगति के कारण दबाव बढ़ रहा है। अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ अगले सप्ताह मॉस्को पहुंचने वाले हैं, जो वार्ता को गति दे सकते हैं।

विश्लेषकों का कहना है कि यदि बुडापेस्ट में बैठक होती है, तो यह यूरोप में पहली बड़ी कूटनीतिक सफलता हो सकती है, लेकिन पुतिन की मांगें (जैसे यूक्रेन की सेना की वापसी) और ट्रंप की “त्वरित समाधान” रणनीति के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण होगा। हंगरी के विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया है कि पुतिन को आईसीसी वारंट के बावजूद देश में प्रवेश और सफल वार्ता की सुविधा दी जाएगी।

यह घटना वैश्विक शांति प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकती है, जहां हंगरी की “शांति-केंद्रित” नीति नई भूमिका निभा रही है।

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