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हर बच्चे को दिलायें उच्चतर शिक्षा ताकि मिले उसे बेहतरीन रोजगार-राज्यपाल दत्तात्रेय
सोनीपत से ओम प्रकाश राय
हरियाणा दिवस की बधाई देते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नई शिक्षा नीति की अनुपालना के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति आज की जरूरतों को पूरा करने वाली है, जिससे रोजगार के अवसरों के साथ नैतिक मूल्य और संस्कारों की स्थापना होगी। यह एक युग प्रवर्तक नीति है। इसे युवाओं की आधुनिक वैश्विक मांग को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि आगामी 2030 तक यह शिक्षा नीति प्रौद्योगिकी क्षेत्र में रोजगार के नए द्वार खोलेगी।
राज्यपाल श्री दत्तात्रेय मंगलवार को हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के तत्वावधान में दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल (डीसीआरयूएसटी) में आयोजित राज्य स्तरीय हरियाणा दिवस समारोह में बोल रहे थे। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव श्रीमती रंजीता मेहता ने राज्यपाल सहित अन्य महानुभावों का स्वागत किया।
रंजीता मेहता ने परिषद की गतिविधियों से भी राज्यपाल सहित आए लोगों को अवगत करवाया। रंजीता मेहता ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद एक राज्य स्तरीय है। राज्यपाल, संस्था के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उपाध्यक्ष हैं। 1971 से बच्चों के कल्याण के लिए कार्यरत स्वयंसेवी संगठन है।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद 22 जिलों के अपने नेटवर्क के माध्यम से बाल कल्याण गतिविधियां चला रही है। परिषदें, संबंधित उपायुक्त जिला परिषदों के अध्यक्ष होते हैं।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की स्थापना, गतिविधियों के समन्वय और मदद करने के उद्देश्य से हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद का गठन किया गया है। रंजीता मेहता ने कहा कि राज्य परिषद बाल भवनों और मिनी बाल भवनों और अन्य परियोजनाओं/योजनाओं के माध्यम से गैर-संस्थागत सेवाएं भी प्रदान कर रही है। राज्य परिषद भी अपने बाल देखभाल संस्थानों के माध्यम से अनाथों, उपेक्षित और निराश्रित बच्चों को संस्थागत सेवाएं प्रदान कर रही है।
राज्यपाल ने बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए उन्हें उच्चतर शिक्षा दिलाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बेहतरीन रोजगार के लिए उच्चतर शिक्षा हासिल करना जरूरी है। हर बच्चे को उच्चतर शिक्षा दिलानी चाहिए। जितनी ज्यादा शिक्षा होगी उतनी ही अधिक रोजगार की संभावनाओं के अवसर मिलेेंगे।
हरियाणा के राज्यपाल ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा बेहतरीन कार्य कर रहा है। प्रदेश में महिलाओं व बच्चों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएं लागू की गई हैं। हरियाणा सरकार ने बच्चों व महिलाओं के विकास के लिए इस वर्ष दो हजार उन्नीस करोड़ चौबीस लाख रुपये (2019.24) का प्रावधान अपने बजट में किया है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 500 करोड़ रुपये अधिक है।
बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, बच्चों की देखरेख के लिए वित्तीय सहायता, बच्चों की गैर-संस्थागत देखरेख के लिए वित्तीय सहायता, अनाथ किशोरियों की देखरेख के लिए वित्तिय सहायता, 8वीं से 12वीं तक के बच्चों के लिए टेबलेट व हरिहर नीति बेहद कारगर सिद्ध हुई है। सांसद रमेश कौशिक ने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद को 10 लाख रुपये की अनुदान राशि भेंट करने की घोषणा करते हुए राज्य स्तरीय हरियाणा दिवस समारोह के सफल आयोजन की बधाई दी।
इससे पहले हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद् महासचिव रंजीता मेहता ने राज्यपाल सहित आमंत्रित अतिथियों को अनूठे अंदाज में स्वागत किया। साथ ही उन्होंने परिषद द्वारा चलाई जा रही बाल कल्याण की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास पर फोकस किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को 14 नवंबर को राज्यपाल के कर-कमलों से पुरस्कृत करवाया जाएगा।
इस मौके पर राई हलका विधायक मोहनलाल बड़ौली, उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष ललित सिवाच, डीसीआरयूएसटी के कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत, हरियाणा राज्य ब्यूरो उपक्रम के पूर्व वाइस-चेयरमैन ललित बतरा, भाजपा के जिलाध्यक्ष तीर्थ राणा, परिमल कुमार, हर्ष, योगेशपाल अरोड़ा, अनिल कुमार, डीसीडब्ल्यूओ नीलम मलिक, डीसीडब्ल्यूओ सुरेखा डागर, धर्मपाल, रोशनी अहलावत, अंजू दहिया, आचार्य यशपाल, आजीवन सदस्य शांता जैन व मोनिका दहिया, सोनिया अग्रवाल, सुरेंद्र मदान, पवन दुगगल, मंच संचालक राष्टï्रपति अवार्डी दीपक कुमार सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति व विद्यार्थी और परिषद के आजीवन सदस्य मौजूद थे।
हरियाणवी संस्कृति को प्रदर्शित करती प्रदर्शनी का किया अवलोकन
राज्पाल बंडारू दत्तात्रेय ने राज्य स्तरीय हरियाणा दिवस समारोह के दौरान हरियाणवी संस्कृति को समर्पित प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें विशेष रूप से जिला सूचना एवं जन संपर्क विभाग की भजन मंडलियों ने प्रदेश के विकास को समर्पित गीत की प्रस्तुति दी। प्रदर्शनी के माध्यम से चरखा कातने से लेकर शुभ अवसरों पर हरियाणवी गीतों, घी-दूध का देशी खान-पान दर्शाया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में झलके हरियाणवी संस्कृति के अनूठे रंग
राज्य स्तरीय हरियाणा दिवस समारोह के अंतर्गत आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में हरियाणवी संस्कृति के अनूठे रंग देखने को मिले, जिनकी राज्यपाल ने भी मुक्त कंठ से प्रशंसा की। प्रदेशभर से आये विद्यार्थियों ने एक से बढकऱ एक हरियाणवी समृह नृत्य की प्रस्तुति दी। साथ ही सामान्य समूह नृत्यों में विशेष रूप से राजस्थानी तथा पंजाबी संस्कृति को प्रदर्शित किया गया। छात्राओं ने रामसेतु और देवों के देव महादेव को समर्पित नृत्य की भी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। इसके साथ ही रंगोली तथा कलश और थाली सजावट स्पर्धाओं में भी विद्यार्थियों ने बेहतरीन कला का प्रदर्शन किया। इन प्र्रतियोगिताओं में सैंकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।