दूसरे चरण के प्रचार में सियासी घमासान चरम पर

Bihar Elections 2025 News: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण के लिए प्रचार अभियान अपने चरम पर पहुंच गया है। 11 नवंबर को 18 जिलों की 122 सीटों पर होने वाले मतदान से पहले राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एनडीए (राजग) और महागठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है, जबकि जन सुराज जैसे नए खिलाड़ी भी बदलाव की बात कर मैदान गरमा रहे हैं। पहले चरण के रिकॉर्ड 65.08 प्रतिशत मतदान के बाद दूसरे चरण पर सभी की नजरें टिकी हैं, जहां सीमांचल से मिथिलांचल तक फैले क्षेत्रों में 1302 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा।

प्रमुख नेताओं की रैलियां और बयानबाजी
आज ‘सुपर शनिवार’ का नाम दिया जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव समेत तमाम दिग्गज प्रचार में उतर पड़े हैं। कल (9 नवंबर) शाम तक प्रचार थम जाएगा, जिसके बाद मतदाता अंतिम फैसला लेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के सीतामढ़ी और बेतिया में जनसभाओं को संबोधित किया। बेतिया में उन्होंने नारा दिया, “नहीं चाहिए कट्टा सरकार, फिर एक बार नीतीश सरकार!” उन्होंने पहले चरण के उच्च मतदान को “65 वोल्ट का झटका जंगल राज को” बताते हुए महागठबंधन पर हमला बोला। सीतामढ़ी में उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के साथ मिलकर 850 करोड़ रुपये की मां सीता मंदिर की आधारशिला रखी, जिसे विकास का प्रतीक बताया।

गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्णिया के बनमनखी में रैली कर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस और आरजेडी सीमांचल को घुसपैठियों का अड्डा बनाना चाहते हैं, लेकिन केंद्र हर अवैध प्रवासी को चिह्नित कर निर्वाचक नामावली से हटाएगा और देश से बाहर करेगा।” शाह ने लालू और सोनिया परिवार के बेटों के लिए “कोई सीट खाली नहीं” छोड़े जाने का भी तंज कसा।

महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव ने डिजिटल कैंपेन को तेज किया, जिसमें एआई-जनरेटेड वीडियो और मीम्स के जरिए नौकरी व पलायन के मुद्दे उठाए। वे आज कई जगहों पर रैलियां करेंगे, जबकि प्रियंका गांधी कदवा, बरारी और पूर्णिया में जनसभाओं को संबोधित करेंगी। उन्होंने एनडीए पर “वोट चोरी” का आरोप लगाते हुए कहा, “एनडीए ने हरियाणा में वोट चुराए, बिहार में भी कोशिश करेंगे, लेकिन जनता सतर्क है।” केंद्रीय गृह मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने रोहतास के चेनारी में देरी से पहुंचकर पीएम मोदी पर “हमें रोकने” का आरोप लगाया।

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोतिहारी, पिपरा और गया के अतरी में एनडीए के लिए प्रचार किया। उन्होंने सीतामढ़ी के परिहार और सुरसंड में जनसभाओं को संबोधित कर भाजपा प्रत्याशी गायत्री देवी का समर्थन किया। जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार, चिराग पासवान और उपेन्द्र कुशवाहा भी मैदान में सक्रिय हैं।

मुद्दों पर तीखी बहस
प्रचार में बेरोजगारी, पलायन, जाति राजनीति और विकास प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं। एनडीए सुशासन और विकास पर जोर दे रहा है, जबकि महागठबंधन नौकरी का वादा कर युवाओं को ललचा रहा है। जन सुराज के प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के एनडीए जीत के दावे पर तंज कसते हुए कहा, “सबसे पहले अपनी सीट की चिंता करें। पहले चरण का रिकॉर्ड मतदान बदलाव का संकेत है।” उन्होंने बिहार बदलाव यात्रा के जरिए शिक्षा और स्वच्छ राजनीति पर फोकस किया।

सीमांचल क्षेत्र में एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी भी सक्रिय हैं, जहां मुस्लिम वोट बैंक पर नजरें हैं। 2020 में महागठबंधन ने इन 66 सीटों में से 50 जीती थीं, लेकिन इस बार एनडीए दबाव में है।

सुरक्षा और अन्य घटनाएं
चुनाव आयोग ने दूसरे चरण के लिए 500 से अधिक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल कंपनियां तैनात की हैं। पहले चरण में चार लोगों पर ईवीएम फोटो शेयर करने के मामले दर्ज हुए, जबकि समस्तीपुर में सड़क पर मिले वीवीपैट मॉक स्लिप्स के बाद एक अधिकारी निलंबित कर दिया गया। आयोग ने इसे “प्रक्रिया पर असर न डालने वाला” बताया।

दोनों गठबंधनों ने पहले चरण के उच्च मतदान को अपनी जीत का संकेत बताया है। एनडीए नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “जनता मोदी-नीतीश के साथ है,” जबकि प्रशांत किशोर ने इसे “नई व्यवस्था का आगमन” कहा।

नजरिए में
दूसरा चरण बिहार की सियासत का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। 14 नवंबर को मतगणना के साथ नतीजे आएंगे, जो 22 नवंबर को समाप्त हो रही वर्तमान विधानसभा के बाद नई सरकार बनाएंगे। मतदाताओं के बीच उत्साह तो है, लेकिन बारिश और सुरक्षा चुनौतियां बनी हुई हैं। क्या बिहार में ‘बदलाव’ आएगा या पुरानी सत्ता कायम रहेगी? जवाब 11 नवंबर को मतदान से मिलेगा।

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