गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
• कैश वैन का इन-चार्ज (वाहन प्रभारी)
• लूट में इस्तेमाल हुई कंपनी CMS Info System Ltd. का पूर्व कर्मचारी
• एक मौजूदा पुलिस कांस्टेबल
पुलिस ने संदेह के आधार पर करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें से तीन को मुख्य आरोपी के रूप में पाया गया। बाकी आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए 200 से अधिक पुलिसकर्मियों की टीमें अलग-अलग दिशाओं में तैनात की गई हैं।
तीन महीने पहले रची थी साजिश
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने इस लूट की योजना तीन महीने पहले बना ली थी। उन्होंने कई बार रेकी की और विशेष रूप से उन इलाकों को चुना जहाँ CCTV कैमरे नहीं थे। लूट के दौरान फर्जी नंबर प्लेट वाली गाड़ियाँ इस्तेमाल की गईं और मोबाइल फोन भी बंद रखे गए ताकि लोकेशन ट्रेस न हो सके।
कैसे हुई लूट?
19 नवंबर को दोपहर में आरोपियों ने खुद को RBI के अधिकारी बताकर जे.पी. नगर क्षेत्र में एक प्राइवेट बैंक से एटीएम भरने जा रही CMS कंपनी की कैश वैन को रोका। उन्होंने कहा कि “दस्तावेज़ वेरिफाई करने हैं”। इसके बाद वैन के कर्मचारियों को अपनी गाड़ी में बिठाया, कैश बॉक्स ले लिए और डेयरी सर्कल की तरफ़ ले गए। वहाँ कर्मचारियों को छोड़कर पूरे 5.7 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए।
पुलिस कमिश्नर ने की घोषणा
बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर श्री सीमंत कुमार सिंह ने इस केस को सुलझाने में मदद करने वालों को 5 लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया है।
पुलिस का कहना है कि यह अब तक का सबसे सुनियोजित और साहसी दिनदहाड़े लूट कांड था, लेकिन तेज़ जाँच और तकनीकी-सूचना के आधार पर इतनी जल्दी सफलता मिली। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

