एक कहावत है की टूटते हुए परिवार को बचाना पुण्य का काम। ऐसा ही काम आजकल नोएडा पुलिस करती दिख रही है। दरअसल पुलिस मीडिएशन कर उन लोगो का परिवार टूटने से बचा रही है जिन्हें समझाकर एक किया जा सकता है। बता दे कि डीसीपी महिला सुरक्षा व एडीसीपी महिला सुरक्षा के पर्यवेक्षण व एसीपी महिला सुरक्षा के नेतृत्व में लगातार महिला सम्बन्धी पारिवारिक विवादों को कांउसलिंग के माध्यम से सुलझवया जा रहा है। टूटते परिवारों को बचाया जा रहा है। इसी क्रम में आज यानी शानिवार को पायल (काल्पनिक नाम) पत्नी मुकुट बिहारी (काल्पनिक नाम) का एक शिकायती प्रार्थना पत्र अपने पति के विरुद्ध मारपीट कर घर से निकाल देने, जान से मारने की धमकी देने, व दूसरी शादी करने की धमकी देने व अतिरिक्त दहेज की मांग करना आदि आरोपों के संबंध में महिला सहायता प्रकोष्ठ में मीडिएशन के लिए प्राप्त हुआ था।
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जिस पर प्रभारी निरीक्षक महिला सहायता प्रकोष्ठ व महिला मुख्य आरक्षी द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर भिन्न-भिन्न तिथियों पर उनकी मध्यस्थता कराई गई एवं काउंसलिंग के उपरांत दोनों पक्षों में आपसी सहमति से साथ-साथ रहने का समझौता हो गया है। दोनों पक्षों द्वारा लिखित समझौता नामा भी दिया गया है। दोनों पक्ष उक्त समझौते से संतुष्ट है। आवेदिका ग्रहणी है और विपक्ष प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। इन दोनों की शादी वर्ष 2019 में हुई थी जिनके दो बच्चे भी हैं। वर्तमान में दोनों पक्षों में कोई विवाद नहीं है। दोनों एक दूसरे की बातों से सहमत होकर एक-दूसरे के साथ रहने को तैयार है और उनकी टूटती हुई गृहस्थी को फिर से बचाया जा सका।
मिडिएशन व काउंसलिंग सेंटर कारगर
कई बार पारिवारिक वाद विवाद इतने बढ़ जाते हैं कि रिश्तों में कटुता आने लगती है तथा परिवार टूट जाते हैं। परंतु महिला एवं बाल सुरक्षा द्वारा चलाये जा रहे मिडिएशन व काउंसलिंग सेंटर में रिश्तों में आये मतभेदो को दूर करवाते हुये परिवारों को जोडने का प्रयास किया जाता रहा है। भविष्य में भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।