Police Custody Death Case: पीड़ित महिलाएं बनीं आरोपी हो गई गिरफ्तार मगर जिम्मेदार चौकी इंचार्ज व अन्य पुलिसकर्मी पर अफसर मेहरबान
Police Custody Death Case: ग्रेटर नोएडा। चिपियाना पुलिस चौकी में हिरासत में योगेश कुमार की मौत के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने बेकरी में काम करने वाली दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। दोनों ने योगेश पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर कार्रवाई की है। अब तक इस आत्महत्या में जिम्मेदार चैकी इंचार्ज और अन्य पुलिसकर्मियों पर अफसर मेहरबान है। बताया जा रहा है कि शुरूआत योगेश की आत्महत्या को लेकर चौक इंचार्ज व अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या के आरोप लग रहे थे खुद पुलिस के अफसर कह रहे थे कि हो सकता है कि चौक इंचार्ज व अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ़ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें जेल भेजना पड़े लेकिन देखते ही देखते पुलिस अफसरों ने पूरी चौकी तो सस्पेंड कर दी लेकिन आगे की कार्रवाई में बहानेबाजी कल कॉल पीड़ित महिलाओं को ही आरोपी बना दिया खैर जांच चल रही है। वहीं, योगेश के भाई धर्मवीर की ओर से दर्ज कराए मामले में अभी किसी पुलिसकर्मी का नाम नहीं है।
शुक्रवार को (Noida ADCP) एडीसीपी मनीष मिश्रा ने भी मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में थाना प्रभारी और एसीपी के ढीले रवैये की बात सामने आई है। सोमवार से पहले एडीसीपी अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंप सकते हैं। इसके बाद थाना प्रभारी व एसीपी पर गाज गिर सकती है। जांच के बिंदुओं में यह भी शामिल है कि हवालात में पंखा टांगने वाला कुंदा क्यों लगा हुआ था। योगेश के पास से अंगोछा क्यों नहीं लिया गया था।
डॉक्टरों का पैनल बनाकर योगेश का पोस्टमार्टम किया गया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। रिपोर्ट में फंदे पर लटकने से मौत होने की बात आई है। परिजन हरपाल ने बताया कि जब योगेश की मौत की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे थे तो शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। पोस्टमार्टम के बाद परिजन योगेश के शव को खैर के गांव अमरगढ़ी ले गए। यहां पर खैर कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में योगेश का अंतिम संस्कार हुआ। डीसीपी सेंट्रल सुनीति ने बताया कि योगेश की मौत मामले में जांच चल रही है। जो साक्ष्य जुटाए गए हैं, उनकी जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।