Pickpocketing in Vrindavan: विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए जुटी भीड़ का फायदा उठाकर जेबकतरी करने वाले एक युवक को श्रद्धालुओं ने रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए माथे पर तिलक लगा रखा था और हिंदू श्रद्धालु की तरह वेशभूषा अपनाई हुई थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
घटना मंदिर के गेट नंबर 2 के पास की है, जहां लाइन में खड़े श्रद्धालुओं की भीड़ थी। एक जागरूक भक्त ने आरोपी को जेब से बटुआ निकालते देख लिया और शोर मचाकर उसे पकड़ लिया। मौके पर जुटी भीड़ ने आरोपी की पिटाई भी की, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
पुलिस जांच में आरोपी की पहचान इकलाख (या कुछ रिपोर्ट्स में मंसूर अकील) निवासी मन्दिराम दास गोविंद नगर, मथुरा के रूप में हुई है। उसके पास से चोरी का बटुआ, चाकू, मोबाइल फोन, ड्राइविंग लाइसेंस, 500 रुपये नकद, डेबिट और क्रेडिट कार्ड बरामद हुए हैं। पुलिस ने चोरी और धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया है।
वृंदावन कोतवाली पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी अकेला काम कर रहा था या किसी गिरोह का हिस्सा है, जो त्योहारों और भीड़भाड़ के मौकों पर मंदिरों को निशाना बनाता है। श्रद्धालुओं में घटना को लेकर आक्रोश है और उन्होंने मंदिर परिसर में बेहतर सुरक्षा की मांग की है, जिसमें प्रवेश द्वार पर आईडी चेकिंग, सादी वर्दी में पुलिस तैनाती और ज्यादा सीसीटीवी कैमरे शामिल हैं।
प्रशासन ने भक्तों से अपील की है कि वे अपनी कीमती वस्तुएं संभालकर रखें और किसी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत सूचना दें। फिलहाल इस मामले में कोई नया अपडेट सामने नहीं आया है, लेकिन वायरल वीडियो के आधार पर सोशल मीडिया पर चर्चा जारी है।

