भाजपा में लौटे पवन सिंह, नेहा सिंह राठौर ने फिर उछाला पुराना विवाद, अंजलि राघव वाली तस्वीर शेयर कर सीधे साधा निशाना

Pawan Singh returns to BJP: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह की भाजपा में ‘घर वापसी’ ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ने पवन को फिर से पार्टी में शामिल किया है, लेकिन इस बीच लोकप्रिय लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर एक पुरानी विवादित तस्वीर शेयर कर तंज कसा है। नेहा ने पवन और हरियाणवी सिंगर अंजलि राघव के बीच हुए कथित ‘अनुचित स्पर्श’ वाले वीडियो का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा, “भाजपा की सदस्यता यूं ही नहीं मिल जाती…”। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और विपक्षी दलों ने भी इसे मुद्दा बनाने का मौका ताड़ लिया है।

पवन सिंह की राजनीतिक यात्रा उतार-चढ़ाव भरी रही है। 2014 में भाजपा में शामिल होने के बाद वे 2024 के लोकसभा चुनाव में आरा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे थे, जहां एनडीए के उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा को करारी शिकस्त मिली।

पवन को दूसरे नंबर पर रहने के कारण भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। लेकिन अब, बिहार चुनाव से पहले पार्टी ने पवन को वापस बुला लिया। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद पवन ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर कीं, जिसमें उन्होंने लिखा, “जातिवादी राजनीति के पोषकों के दिल पे आज ई फोटो देख के सांप लोट रहा होगा, लेकिन विकसित बिहार का सपना देखने वाले एक-दूसरे से दूर नहीं रह सकते।” भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने स्पष्ट कहा, “पवन सिंह हमेशा से भाजपा के थे और रहेंगे। वे आगामी चुनाव में एनडीए के लिए सक्रिय रहेंगे।”

इस बीच, नेहा सिंह राठौर का पोस्ट पुराने घाव कुरेद रहा है। अगस्त 2025 में लखनऊ के एक स्टेज शो के दौरान पवन सिंह पर अंजलि राघव की कमर अनुचित तरीके से छूने का आरोप लगा था। वायरल वीडियो में पवन स्टेज पर अंजलि के करीब आते दिखे, जिसके बाद अंजलि ने रोते हुए भोजपुरी इंडस्ट्री छोड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था, “सब लोग उन्हें भगवान बोल रहे थे, लेकिन मुझे कहा गया कि मुद्दे को तूल न दूं।” पवन ने तुरंत इंस्टाग्राम पर माफी मांगी, लिखा, “अंजलि जी, मुझे बुरा लगा। मेरा कोई गलत इरादा नहीं था।” अंजलि ने भी बाद में माफी स्वीकार कर ली, लेकिन मामला यूपी महिला आयोग तक पहुंचा, जहां पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा गया।

नेहा का यह तंज भाजपा पर तीखा हमला है। वे खुद हाल ही में विवादों में घिरी रहीं, जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पहलगाम आतंकी हमले पर उनके कथित भड़काऊ पोस्ट्स से जुड़ी FIR खारिज करने की याचिका ठुकरा दी है। नेहा पर राजद्रोह और समुदायों में वैमनस्य फैलाने के आरोप हैं। सोशल मीडिया पर उनके समर्थक उन्हें ‘साहसी आवाज’ बता रहे हैं, जबकि आलोचक ‘आदतन अपराधी’ कहकर निशाना साध रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। एक यूजर ने लिखा, “महिलाओं के साथ स्टेज पर बेशर्मी करने वाले पवन सिंह भाजपा में शामिल? हर गलत काम करने वाला यहीं क्यों जाता है?” वहीं, भाजपा समर्थक इसे विपक्ष की हताशा बता रहे हैं।

एक पोस्ट में कहा गया, “पवन सिंह जैसे रत्न को भाजपा ने लिया, जो चुनाव जीतने के लिए हर प्रयास करती है।” विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने भी चुप्पी तोड़ी, “कभी मेरे पैर पर गिरे आज कुशवाहा के… एक्टिंग करें, चुनाव में क्यों?”
पवन की एंट्री से दक्षिण बिहार के समीकरण बदल सकते हैं। आरा-शाहाबाद क्षेत्र में राजपूत और कुशवाहा वोटरों के बीच पुरानी नाराजगी थी, लेकिन उपेंद्र कुशवाहा की ‘माफी’ के बाद पवन का पुनर्वास आसान हो गया। पवन ने कहा, “मैं बिहार को विकसित बनाने के लिए भाजपा के साथ हूं।” लेकिन नेहा का तंज सवाल उठा रहा है- क्या पुराने विवाद भाजपा की छवि पर असर डालेंगे? बिहार चुनाव में यह मुद्दा गरमाता नजर आ रहा है।

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